सारांश : दिवाली के मौके पर बाजारों में मिलावटी मिठाई की बिक्री चिंता का विषय बनी हुई है। कई राज्यों में नकली मिठाइयां, मावा, पनीर और सिंथेटिक दूध पकड़ा गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा लगातार छापेमारी कर नकली मिठाइयों को जब्त किया जा रहा है, लेकिन अब भी यह व्यापार तेजी से फैल रहा है। इस लेख में जानिए कि मिलावटी मिठाइयों से कैसे बचा जा सकता है और पहचान के आसान तरीके।
दिवाली का त्यौहार हर साल खुशियों और मिठास से भरा होता है, लेकिन इस साल नकली और मिलावटी मिठाई ने मिठास में कड़वाहट घोल दी है। अलग-अलग राज्यों से मिल रही खबरों के मुताबिक, त्योहारों के इस सीजन में कई जगहों पर नकली मावा, पनीर और मिठाइयां पकड़ी गई हैं, जिनमें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्व मिले हैं। विभिन्न खाद्य सुरक्षा विभागों ने छापेमारी कर भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य पदार्थों का भंडाफोड़ किया है।
नकली मावा और पनीर का जाल
राजस्थान के चौमूं और जोधपुर में नकली मावा बनाने का खुलासा हुआ, जहां पाउडर दूध का उपयोग कर मावा तैयार किया जा रहा था। जोधपुर में तो स्थिति इतनी भयावह थी कि 500 किलो मिलावटी मिल्क केक बरामद हुआ, जो कई परिवारों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता था। इसी प्रकार, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी भारी मात्रा में नकली पनीर और रसगुल्ले पकड़े गए। यहां खाद्य विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नकली पनीर और मिठाइयों को नष्ट किया।
सिंथेटिक दूध का खतरा
मिठाईयों की मिलावट की बात हो और दूध का जिक्र न हो, ये मुमकिन नहीं। यूपी के बुलंदशहर में खाद्य विभाग ने 200 लीटर सिंथेटिक दूध बरामद किया, जो रिफाइंड ऑयल, हाइड्रोजन परॉक्साइड और सफेद पाउडर मिलाकर तैयार किया गया था। इस दूध का उपयोग मिठाई बनाने में होता है, जिससे न केवल मिठाइयों में बल्कि इस दूध का सेवन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरे हो सकते हैं।
खाद्य विभाग की सक्रियता
मिलावटखोरों के इस खेल पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग विभिन्न राज्यों में निरंतर छापेमारी कर रहा है। दानापुर, बिहार में भी कई मिठाई दुकानों पर छापा मारा गया, जहां बड़ी मात्रा में नकली मिठाइयां बरामद की गईं। विभाग की सक्रियता के बावजूद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि केवल 25% ही नकली मिठाइयों को पकड़ा जा सका है, बाकी अब भी बाजार में उपलब्ध हैं।
कैसे पहचानें असली और नकली मिठाई?
अब सवाल उठता है कि उपभोक्ता कैसे जानें कि मिठाई असली है या नकली। खाद्य विशेषज्ञों के अनुसार, नकली मावा और पनीर की पहचान अब आप घर पर भी कर सकते हैं। आयोडीन टिंचर की कुछ बूंदें डालने से नकली मावा या पनीर नीला हो जाता है। इसी प्रकार, नकली दूध या मिठाई की रंग और गंध से भी पहचान की जा सकती है।
त्यौहारी सीजन में सतर्कता जरूरी
त्यौहार के इस मौसम में हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है। नकली और मिलावटी मिठाईयों का सेवन न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है, बल्कि आपकी खुशियों में भी कड़वाहट ला सकता है। इसलिए, सस्ती मिठाईयों के लालच में न फंसें और खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। फूड सेफ्टी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है, लेकिन मिलावटी मिठाईयों से खुद को सुरक्षित रखना हमारा भी कर्तव्य है।
إرسال تعليق