सारांश: भारत के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी अब मीडिया के क्षेत्र में नए आयाम छूने की तैयारी में हैं। डिज्नी से स्टार इंडिया के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के मनोरंजन और खेल प्रसारण के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर लेगी। इस सौदे से जियो सिनेमा और डिज्नी+हॉटस्टार के विलय के साथ, अंबानी का मीडिया साम्राज्य तेजी से विस्तार करेगा। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी के बाद यह डील लगभग तय हो चुकी है, जो 70,000 करोड़ रुपये की मानी जा रही है।
मुकेश अंबानी ने तेल और गैस से लेकर टेलीकॉम तक के क्षेत्रों में अपनी सफलता का परचम लहराया है, और अब वह मीडिया की दुनिया में भी बड़ा कदम रखने जा रहे हैं। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही भारत के सबसे बड़े मीडिया नेटवर्क्स में से एक का हिस्सा बनने जा रही है। डिज्नी से स्टार इंडिया का अधिग्रहण अंबानी के इस सपने को साकार करेगा, जिससे वह भारत के "मीडिया मुगल" के रूप में उभरेंगे।
डिज्नी से स्टार इंडिया का अधिग्रहण: क्या है सौदा?
डिज्नी और रिलायंस के बीच यह सौदा 70,000 करोड़ रुपये का है, जिसमें स्टार इंडिया के सभी प्रमुख चैनलों और ओटीटी प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण शामिल है। यह सौदा सिर्फ आर्थिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि मीडिया उद्योग पर भी गहरा प्रभाव डालेगा। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने इस सौदे को सशर्त मंजूरी दे दी है। शर्तों के अनुसार, रिलायंस को हंगामा सहित 7 चैनलों को बेचना होगा और एड टैरिफ को मौजूदा दरों पर बनाए रखना होगा।
रिलायंस और डिज्नी डील का महत्व:
इस डील के साथ, वॉयकॉम 18 और स्टार इंडिया जैसे दो बड़े मीडिया समूहों का विलय हो जाएगा। इसके तहत 120 से ज्यादा टीवी चैनल और दो ओटीटी प्लेटफॉर्म – जियो सिनेमा और डिज्नी+हॉटस्टार – रिलायंस के अधीन होंगे। यह विलय रिलायंस के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे वह भारतीय मनोरंजन, समाचार और खेल प्रसारण के बड़े हिस्से को नियंत्रित करेगा।
जियो सिनेमा और डिज्नी+हॉटस्टार: क्या होगा भविष्य?
वॉयकॉम 18 के पास पहले से ही जियो सिनेमा है, जबकि डिज्नी+हॉटस्टार भारतीय ओटीटी बाजार में पहले से स्थापित नाम है। इस सौदे के बाद, इन दोनों प्लेटफार्मों का संभावित विलय भी देखा जा सकता है। जियो सिनेमा के गूगल प्ले स्टोर पर 50 करोड़ से अधिक डाउनलोड हैं, जबकि डिज्नी+हॉटस्टार के पास 3.55 करोड़ पेड सब्सक्राइबर हैं। इन आंकड़ों को देखते हुए, रिलायंस का ओटीटी कारोबार और भी सशक्त हो जाएगा।
खेल प्रसारण में बढ़त:
यह डील खेल प्रसारण के क्षेत्र में भी रिलायंस को मजबूती प्रदान करेगी। अभी जियो सिनेमा के पास आईपीएल के डिजिटल राइट्स हैं, जबकि स्टार स्पोर्ट्स के पास इसके टीवी राइट्स हैं। आईसीसी के क्रिकेट मैचों के राइट्स भी स्टार स्पोर्ट्स के पास हैं। इसके अलावा, फुटबॉल और अन्य खेलों के प्रसारण अधिकार भी इसी समूह के पास होंगे। इससे रिलायंस का खेल प्रसारण साम्राज्य और भी विशाल हो जाएगा।
न्यूज और एंटरटेनमेंट में मजबूत पकड़:
इस डील के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का भारतीय न्यूज और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी जबरदस्त नियंत्रण हो जाएगा। न्यूज18 और सीएनबीसी जैसे प्रमुख न्यूज चैनल्स के साथ-साथ स्टार प्लस, स्टार भारत, कलर्स और स्टार स्पोर्ट्स जैसे मनोरंजन और खेल चैनल्स के साथ, रिलायंस का मीडिया साम्राज्य पूरे भारत में छा जाएगा।
मीडिया साम्राज्य का विस्तार:
मुकेश अंबानी ने मीडिया इंडस्ट्री में जिस तरह का विस्तार किया है, उससे यह साफ है कि वह भारत के मीडिया मुगल बनने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने पहले ही नेटवर्क18 का नियंत्रण लिया और अब डिज्नी के साथ यह डील उनकी स्थिति को और भी मजबूत करेगी।
इस सौदे से यह तय हो जाता है कि आने वाले समय में रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर में सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक होगी। इसके साथ ही, यह सौदा दर्शकों के लिए भी कई नए और बेहतर मनोरंजन और समाचार विकल्प लाएगा।
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