सारांश: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आज से SCO शिखर सम्मेलन का आयोजन शुरू हो रहा है, जिसके चलते शहर में सख्त लॉकडाउन और सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर 9 साल बाद पहली बार पाकिस्तान का दौरा करेंगे और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। कश्मीर और आतंकवाद के मुद्दों पर दोनों देशों में तनाव है, बावजूद इसके जयशंकर की यह यात्रा कूटनीतिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।


पाकिस्तान में आज से SCO समिट की शुरुआत, इस्लामाबाद में सख्त सुरक्षा और बंद, विदेश मंत्री जयशंकर करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व


पाकिस्तान में आज से SCO (शंघाई सहयोग संगठन) का 23वां शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद में आयोजित हो रहा है। सम्मेलन के मद्देनजर राजधानी में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं और तीन दिनों का विशेष अवकाश घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे शहर में प्रमुख मार्गों और बाजारों पर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे, जो करीब नौ वर्षों में किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा होगी।


सुरक्षा के कड़े इंतजाम और लॉकडाउन

शिखर सम्मेलन के आयोजन को देखते हुए पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने राजधानी में भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है। सुरक्षा के मद्देनजर इस्लामाबाद और उसके पड़ोसी शहर रावलपिंडी के मुख्य मार्गों और बाजारों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। साथ ही, पाकिस्तान सरकार ने सोमवार से इस्लामाबाद में तीन दिनों का अवकाश घोषित किया है, जिसके तहत स्कूल और व्यवसाय बंद रहेंगे। रेड ज़ोन में सेना की विशेष टुकड़ियां तैनात की गई हैं, जो सम्मेलन स्थल की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही हैं।


अंतरराष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति

SCO शिखर सम्मेलन में विभिन्न सदस्य देशों के प्रमुख नेता भाग ले रहे हैं। इनमें चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग का आगमन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे 11 साल बाद पाकिस्तान का दौरा कर रहे हैं। उनकी चार दिन की यात्रा के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ गहन चर्चा की संभावना है। ली कियांग ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सकते हैं, जो पाकिस्तान-चीन संबंधों को और मजबूती देगा।


इसके अलावा, बेलारूस के प्रधानमंत्री रोमन गोलोवचेंको, रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, कजाकिस्तान के प्रधानमंत्री ओल्जास बेक्टेनोव, ताजिकिस्तान के प्रधानमंत्री कोहिर रसुलजोदा और अन्य प्रमुख नेता भी इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।


भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया मोड़

जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा भारत और पाकिस्तान के कूटनीतिक संबंधों के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था। कश्मीर और आतंकवाद के मुद्दों पर दोनों देशों के बीच तनाव होने के बावजूद यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि, जयशंकर की पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के साथ द्विपक्षीय बातचीत की संभावना कम है। इसके बावजूद, इस यात्रा से क्षेत्रीय स्थिरता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।


इस्लामाबाद में विशेष समारोह

सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद के रेड ज़ोन में कड़ी सुरक्षा के बीच विभिन्न स्वागत समारोह आयोजित किए गए हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सम्मेलन के उद्घाटन के बाद प्रतिनिधिमंडलों के लिए विशेष भोज का आयोजन किया है। यह भोज एक कूटनीतिक स्वागत है, जिसमें जयशंकर समेत अन्य प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं।


SCO सम्मेलन का महत्व

SCO, 2001 में स्थापित, मुख्य रूप से सदस्य देशों के बीच सुरक्षा सहयोग, आर्थिक संबंध, और आपसी विश्वास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस बैठक में सीमा पार आतंकवाद, कश्मीर मुद्दे, और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। जयशंकर की उपस्थिति, भारत की ओर से क्षेत्रीय विकास और सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता का संकेत देती है।

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