सारांश : अमृतसर से हावड़ा जा रही ट्रेन में सरहिंद स्टेशन के पास एक बोगी में रखे पटाखों में आग लगने से धमाका हुआ, जिससे चार यात्री घायल हो गए। इस घटना के बाद ट्रेन में धुआं भर गया और घबराए यात्रियों ने जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदना शुरू कर दिया। गनीमत रही कि ट्रेन धीमी गति से चल रही थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, और रेलवे पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
शनिवार की देर रात अमृतसर से हावड़ा जा रही गाड़ी संख्या 13006 में एक खौफनाक घटना घटी। ट्रेन के एक डिब्बे में रखे पटाखों में आग लगने से कई धमाके हुए, जिससे पूरे डिब्बे में धुआं फैल गया। यह घटना पंजाब के सरहिंद स्टेशन के पास फतेहगढ़ साहिब के क्षेत्र में हुई। ट्रेन में हुए धमाकों के बाद यात्रियों में भगदड़ मच गई, और कई यात्रियों ने डर के मारे जान बचाने के लिए ट्रेन से छलांग लगा दी। इस हादसे में चार यात्री घायल हो गए, जिन्हें फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ट्रेन में धमाका और अफरातफरी
घटना उस समय हुई जब ट्रेन लुधियाना से होकर सरहिंद जंक्शन पर रुकने के बाद अंबाला की ओर बढ़ रही थी। ट्रेन की पिछली जनरल बोगी में रखे पटाखों में अचानक आग लग गई, जिसके बाद लगातार कई धमाके हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाकों के साथ ही डिब्बे में धुआं भर गया और यात्रियों ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। ट्रेन के धीमी गति में होने के कारण कई यात्री खिड़की और दरवाजों से कूदकर अपनी जान बचाने लगे।
एक के बाद एक कई धमाके
ट्रेन में ब्राह्मणमाजरा रेलवे पुल के पास एक के बाद एक कई धमाके हुए। धमाकों के चलते बोगी में चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया, जिससे यात्रियों में घबराहट बढ़ गई। यात्रियों ने आपात स्थिति में ट्रेन से बाहर कूदने का फैसला किया। गनीमत रही कि उस समय ट्रेन की रफ्तार कम थी, अन्यथा घटना और भी ज्यादा भयानक हो सकती थी।
पटाखों के कारण हुआ हादसा
घटना की जानकारी मिलने पर जीआरपी के डीएसपी जगमोहन सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। शुरुआती जांच में पाया गया कि एक यात्री अपने गांव जाते समय ट्रेन में बाल्टी में पटाखे रखकर ले जा रहा था। ट्रेन की बोगी में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण बिजली की चिंगारी से उन पटाखों में आग लग गई, जिससे धमाका हुआ और चार लोग घायल हो गए। हादसे में घायल हुए सभी यात्री खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
लखनऊ जा रहे यात्री राकेश पाल, जो इस हादसे के समय उसी बोगी में मौजूद थे, ने बताया कि ट्रेन में काफी भीड़ थी। सरहिंद से ट्रेन निकलते ही बिजली के तारों में चिंगारी देखी गई और धमाके होने लगे। राकेश ने बताया कि धमाके के साथ ही लोगों में हड़कंप मच गया और यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जब गाड़ी को रोका गया, तो उन्होंने देखा कि पटाखों की बाल्टी में आग लगी थी। इस स्थिति में, कई यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई।
रेलवे सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आमतौर पर ट्रेन में किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थ ले जाने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन यहां एक यात्री पटाखे लेकर यात्रा कर रहा था। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया कि रेलवे सुरक्षा में अभी भी कई खामियां हैं। रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की जरूरत है। यात्रियों को भी यह समझने की आवश्यकता है कि किसी भी प्रकार का ज्वलनशील सामान ट्रेन में ले जाना उनके और अन्य यात्रियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रेलवे प्रशासन जल्द ही हर ट्रेन में जांच बढ़ाने और यात्रियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की योजना बना रहा है। साथ ही, स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों से यात्रियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी ताकि कोई भी अवांछित वस्तु ट्रेन में प्रवेश न कर सके।
भविष्य के लिए सख्त उपाय
रेलवे विभाग ने कहा है कि सभी डिब्बों में नियमित सुरक्षा जांच और कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने पर ध्यान दिया जाएगा ताकि आपात स्थिति में सही कदम उठाए जा सकें। इसके साथ ही, रेलवे पुलिस को और सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रियों को भी सलाह दी गई है कि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत रेलवे कर्मचारियों को सूचित करें।
निष्कर्ष
अमृतसर-हावड़ा ट्रेन में हुए इस हादसे से यात्री सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता बढ़ गई है। इस घटना ने रेलवे और यात्रियों को दोनों को सचेत किया है कि सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे हादसों से बचने के लिए रेलवे प्रशासन को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करना होगा, साथ ही यात्रियों को भी रेलवे के नियमों का पालन करते हुए जिम्मेदारी से यात्रा करनी चाहिए।
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