सारांश : मुंबई पुलिस एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए बड़े कदम उठा रही है। गिरोह के सरगना लॉरेंस का छोटा भाई अनमोल, जो फिलहाल अमेरिका में है, इस मामले में मुख्य संदिग्ध है। मुंबई पुलिस ने अमेरिका से अनमोल के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज कर दी है, जिससे गिरोह की गतिविधियों पर गहरी चोट पड़ने की उम्मीद है।

Lawrence Bishnoi Gang पर Mumbai Police की कड़ी कार्रवाई : US से Anmol के प्रत्यर्पण की तैयारी


हाल ही में मुंबई पुलिस ने एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में जांच को तेजी से आगे बढ़ाया है। इस हत्या का शक लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर जताया जा रहा है, जिसमें गिरोह के मुख्य सरगना लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई भी संदिग्ध है। लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल साबरमती जेल में बंद है, लेकिन जेल के बाहर गिरोह की सभी गतिविधियों का संचालन अनमोल के हाथ में है।


मुंबई पुलिस को हाल ही में एक महत्वपूर्ण लीड मिली, जिससे लॉरेंस के भाई अनमोल का पता चला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अनमोल अमेरिका में है, और अब मुंबई पुलिस ने उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अमेरिका की तरफ से अनमोल की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अदालत से जरूरी आदेश हासिल किए हैं।


गिरोह पर पुलिस का शिकंजा

बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने जब जांच शुरू की, तब लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कई सदस्यों का नाम सामने आया। लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल पर शक जताया जा रहा है कि वह बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटरों के संपर्क में था। इसके अलावा, सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले में भी अनमोल का नाम मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आया है।


अमेरिकी अधिकारियों से मिली जानकारी

मुंबई पुलिस को अमेरिका से इस बात की सूचना मिली कि अनमोल बिश्नोई अमेरिका में छिपा हुआ है। इस जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अनमोल के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस ने अदालत से अनुमति प्राप्त कर आवश्यक दस्तावेज तैयार किए हैं, जिन्हें पहले गृह मंत्रालय और फिर विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा। इसके बाद विदेश मंत्रालय अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क कर अनमोल के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।


अनमोल पर एनआईए का इनाम

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने पिछले महीने अनमोल पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। अनमोल पर 18 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 2022 में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी शामिल है। एनआईए की रिपोर्ट में अनमोल को भगौड़ा अपराधी बताया गया है, और उसके नाम पर रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है।


सलमान खान के मामले में भी अनमोल का नाम

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले में दाखिल चार्जशीट में अनमोल का नाम मुख्य आरोपियों में है। इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों ने रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर सूचना दी कि अनमोल अमेरिका में छिपा है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह अमेरिकी पुलिस की हिरासत में है या नहीं, लेकिन उसके ठिकाने की पुष्टि हो चुकी है।


विदेश मंत्रालय की भूमिका

मुंबई पुलिस ने अदालत से जरूरी आदेश प्राप्त करने के बाद गृह मंत्रालय को दस्तावेज भेजे हैं, जिन्हें विदेश मंत्रालय को अग्रेषित किया जाएगा। विदेश मंत्रालय अनमोल के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर आगे बढ़ाएगा। यदि अनमोल को प्रत्यर्पित किया जाता है, तो यह मुंबई पुलिस की एक बड़ी सफलता होगी और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर एक कड़ा प्रहार साबित होगा।


गिरोह पर संभावित प्रभाव

लॉरेंस बिश्नोई का जेल में होना उसकी गिरोह की गतिविधियों पर खास असर नहीं डाल रहा था, क्योंकि गिरोह का संचालन बाहर से उसके भाई अनमोल द्वारा किया जा रहा था। अनमोल के प्रत्यर्पण से गिरोह की गतिविधियाँ ठप हो सकती हैं और यह लॉरेंस बिश्नोई के पूरे नेटवर्क पर बड़ा असर डाल सकता है। मुंबई पुलिस की इस कार्यवाही से अन्य अपराधी गिरोहों पर भी एक सख्त संदेश जाएगा कि वे कहीं भी छिपे हों, उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा।


निष्कर्ष

मुंबई पुलिस का यह अभियान लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। लॉरेंस बिश्नोई, जो कि एक कुख्यात अपराधी है, का प्रभाव कम करने के लिए यह कदम अहम साबित हो सकता है। गिरोह की गतिविधियों को रोकने और मुंबई में कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हो सकती है। पुलिस की इस कार्यवाही के चलते लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का गिरोह तंत्र कमजोर होगा और मुंबई पुलिस के प्रति आम लोगों का विश्वास मजबूत होगा।

Post a Comment

और नया पुराने