सारांश : बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा एक बार फिर से कानूनी विवादों में घिरते दिखाई दे रहे हैं। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनके घर और ऑफिस पर छापेमारी की है, जो मनी लॉन्ड्रिंग और पॉर्नोग्राफी से जुड़े मामले से संबंधित है। इस मामले में राज कुंद्रा की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है, और अब ईडी की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। 2021 से शुरू हुआ यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों और अश्लील कंटेंट से जुड़ा है, जो राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी की मुश्किलें और बढ़ा सकता है।
पूरे मामले की विस्तार से जानकारी : शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा के खिलाफ कानूनी जांच और परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज कुंद्रा के घर और ऑफिसों पर छापेमारी की, जो मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई। इस मामले की शुरुआत 2021 में हुई थी, जब राज कुंद्रा के खिलाफ मुंबई पुलिस ने एक अश्लील कंटेंट बनाने और उसे बेचने का मामला दर्ज किया था। अब इस मामले में ईडी की जांच और बढ़ गई है, और शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा दोनों ही जांच के दायरे में हैं।
ईडी ने इस छापेमारी के दौरान राज कुंद्रा के मुंबई के जुहू स्थित फ्लैट, पुणे के फार्महाउस और उनके अन्य संपत्ति स्थानों पर कार्रवाई की। इसके अलावा, ईडी ने राज कुंद्रा की 98 करोड़ रुपये की इक्विटी शेयरों समेत कई संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इसके बाद से दोनों पति-पत्नी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और तेज हो गई है।
कानूनी परेशानी की शुरुआत : इस कानूनी परेशानी की शुरुआत 2018 में हुई, जब ईडी ने पोंजी स्कीम मामले में जांच शुरू की। इस स्कीम में निवेशकों को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पैसा जुटाने का लालच दिया गया था। जांच के दौरान, राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी का नाम सामने आया था, और दोनों को शुरू में संदिग्ध के तौर पर देखा गया था। हालांकि, राज और शिल्पा ने इस मामले में खुद को बेगुनाह बताया और ईडी की जांच में पूरा सहयोग करने का दावा किया।
राज कुंद्रा ने कई सम्मनों में हिस्सा लिया और शिल्पा शेट्टी ने भी सभी संबंधित दस्तावेजों को दिखाया, ताकि उनका नाम इस मामले से हटा सके। फिर भी, उनकी कानूनी परेशानियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था।
ईडी के नोटिस का सामना : ईडी ने राज और शिल्पा को उनके जुहू स्थित घर और पुणे के फार्महाउस को खाली करने का नोटिस जारी किया था। इस नोटिस को चुनौती देते हुए दोनों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने बेदखली आदेश पर रोक लगा दी थी, जिससे उन्हें कुछ राहत मिली। लेकिन, यह राहत अस्थायी थी और मामले में और ज्यादा जांच की आवश्यकता थी।
राज कुंद्रा की गिरफ्तारी : राज कुंद्रा को जुलाई 2021 में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी एक मामले में हुई, जिसमें चार महिलाओं ने शिकायत की थी कि उन्हें एक वेब सीरीज में एक्टिंग का वादा कर अश्लील कंटेंट शूट करने के लिए मजबूर किया गया। इन महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें इस काम के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से दबाव डाला गया। इस मामले में गिरफ्तारी के बाद, राज कुंद्रा को आर्थर रोड जेल में रखा गया था।
हालांकि, बाद में अदालत ने उन्हें जमानत दे दी, और वे जेल से बाहर आ गए। राज कुंद्रा ने इस मामले में अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को नकारा किया था और कहा था कि वह पूरी तरह से निर्दोष हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और पॉर्नोग्राफी का कनेक्शन : राज कुंद्रा के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच मुख्य रूप से मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए अश्लील कंटेंट बनाने और बेचने से जुड़ी है। इन एप्लिकेशनों के माध्यम से, लाखों रुपये का लेन-देन हुआ था, जो अब मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शामिल हो गया है।
राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी के खिलाफ यह मामला बहुत जटिल हो गया है। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कुंद्रा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है और अब ईडी की छापेमारी से यह मामला और भी गंभीर हो गया है।
क्या है आगे का रास्ता? राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी की कानूनी लड़ाई अब और लंबी होती दिखाई दे रही है। अब तक वे कई बार कोर्ट का सहारा ले चुके हैं, लेकिन यह मामला अब तक सुलझा नहीं पाया है। अब देखना यह है कि ईडी की जांच में और क्या नई जानकारी सामने आती है और क्या शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा को पूरी तरह से राहत मिल पाती है या नहीं।
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