सारांश : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने से इनकार किया है, लेकिन उन्हें तीन अहम विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है। देवेंद्र फडणवीस का सीएम बनना लगभग तय है, जबकि महायुति कैबिनेट में युवा नेताओं को शामिल करने पर जोर दिया जा रहा है।
महाराष्ट्र में नई सरकार: शिंदे की भूमिका पर सस्पेंस
महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय सत्ता का संतुलन साधने की कवायद जारी है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर होने के बाद एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री बनने से भी मना कर दिया है। इसके चलते राजनीतिक हलकों में उनके लिए नई भूमिका तय करने पर चर्चा हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे को तीन महत्वपूर्ण विभाग — नगर विकास, लोक निर्माण, और जल संसाधन — सौंपे जा सकते हैं। यह कदम शिंदे के समर्थन से बने महायुति गठबंधन को संतुलन प्रदान करने के लिए उठाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री पद की दौड़: फडणवीस सबसे आगे
देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। महायुति गठबंधन के फॉर्मूले के अनुसार, सरकार में एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री होंगे। हालांकि, शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने के बजाय किसी अन्य नेता को यह भूमिका देने का सुझाव दिया है।
फडणवीस के नेतृत्व में नई कैबिनेट में बदलाव की संभावना है, जिसमें युवा विधायकों को प्राथमिकता दी जा सकती है। इसके अलावा, फडणवीस गृह मंत्रालय का प्रभार भी अपने पास रख सकते हैं।
महायुति कैबिनेट में बदलाव की संभावना
2 दिसंबर को संभावित महायुति कैबिनेट के शपथ ग्रहण में कई वरिष्ठ नेताओं का पत्ता कट सकता है। सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटिल और विजयकुमार गावित जैसे बड़े नेताओं की जगह युवा नेताओं को मौका दिए जाने की चर्चा है। यह कदम नई सरकार को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करने के लिए उठाया जा सकता है।
बीजेपी के युवा चेहरे: कौन होगा शामिल?
महायुति सरकार में बीजेपी के युवा और प्रभावशाली चेहरों को मौका देने की रणनीति पर काम हो रहा है।
आशीष शेलार : मुंबई नगर निगम चुनाव से पहले उन्हें मंत्री पद देकर उनका प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।
रवींद्र चव्हाण : ठाणे और कोंकण में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें इनाम के रूप में कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
पंकजा मुंडे : गोपीनाथ मुंडे की विरासत, ओबीसी चेहरा और महिला नेतृत्व के रूप में पंकजा मुंडे का नाम काफी मजबूत है।
राज्य मंत्री पद के संभावित उम्मीदवार
राज्य मंत्री पद के लिए भी कई नाम चर्चा में हैं।
नितेश राणे : आक्रामक हिंदुत्व चेहरे के रूप में वे कोंकण क्षेत्र में बीजेपी के प्रमुख नेता हैं।
गोपीचंद पडलकर : देवेन्द्र फडणवीस के करीबी और प्रभावशाली नेतृत्व के रूप में उनका नाम सामने आया है।
युवा नेताओं पर जोर
महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है। अब इस जीत को और मजबूती देने के लिए नई सरकार में युवा और जोशीले नेताओं को शामिल करने की रणनीति बनाई जा रही है। इससे न केवल संगठन को ताजगी मिलेगी, बल्कि आगामी चुनावों में भी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होने की उम्मीद है।
शिंदे की नई भूमिका का इंतजार
एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद और उपमुख्यमंत्री पद से इनकार कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें किस नई जिम्मेदारी के साथ संतुलन में लाया जाता है। शिंदे की मांगों और भूमिका पर अंतिम निर्णय अगले कुछ दिनों में स्पष्ट हो सकता है।
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