सारांश: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रयागराज के महाकुंभ में संगम स्नान के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उन्होंने धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा बनते हुए साधु-संतों से मुलाकात की। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। यह दौरा धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अमित शाह का प्रयागराज आगमन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी 2025 को महाकुंभ के पावन अवसर पर प्रयागराज पहुंचे। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। शाह का यह दौरा केवल धार्मिक महत्व का ही नहीं बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है।
महाकुंभ में पहुंचकर उन्होंने संगम में पवित्र स्नान किया। इसके साथ ही वे जूना अखाड़े में साधु-संतों से मिले और उनके साथ भोजन भी किया। इस दौरान शाह ने कहा, "महाकुंभ हमारे सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। इस आयोजन में भाग लेना एक विशेष अनुभव है।"
संगम स्नान और धार्मिक महत्व
अमित शाह ने महाकुंभ पहुंचने से पहले सोशल मीडिया पर अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए लिखा था कि वह संगम स्नान के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। संगम में स्नान करते हुए उन्होंने भारतीय धार्मिक परंपराओं को समझने और महसूस करने की बात कही।
संगम स्नान के बाद शाह जूना अखाड़े पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ की प्राचीन परंपराओं और संस्कृति की महत्ता पर जोर दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अमित शाह के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। घाटों पर नावों का संचालन सुबह से ही रोक दिया गया था। लेटे हनुमान मंदिर में भी आम जनता की एंट्री बंद कर दी गई। पुलिस और सुरक्षा बलों को सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया, ताकि शाह के दौरे में कोई बाधा न आए।
शाह का विस्तृत कार्यक्रम
अमित शाह का हेलिकॉप्टर सुबह 11:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। वहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने उनका स्वागत किया। इसके बाद शाह बीएसएफ के हेलिकॉप्टर से दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) पहुंचे।
DPS से वे कार द्वारा अरैल घाट पहुंचे और वहां से स्टीमर के जरिए संगम तक गए। संगम स्नान के बाद उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और उनसे महाकुंभ से जुड़ी परंपराओं के बारे में चर्चा की।
महाकुंभ का धार्मिक और राजनीतिक महत्व
महाकुंभ भारतीय संस्कृति का एक ऐसा पर्व है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। अमित शाह के इस दौरे को भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
महाकुंभ में उनकी उपस्थिति से इस आयोजन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने की उम्मीद है। साधु-संतों के साथ संवाद ने भी धार्मिक समुदाय के बीच एक सकारात्मक संदेश दिया है।
शाह और योगी की संगत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमित शाह के साथ संगम स्नान कर इस आयोजन की महत्ता को बढ़ाया। दोनों नेताओं ने महाकुंभ के आयोजन और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई तैयारियों की प्रशंसा की।
शाह ने योगी सरकार की व्यवस्थाओं को सराहा और कहा, "महाकुंभ जैसे आयोजन से भारत की सांस्कृतिक जड़ें और मजबूत होती हैं।"
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