सारांश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में आपातकाल के अनुभव साझा करते हुए 2025 के भारत के विकास पर चर्चा की। उन्होंने अपने संघर्षों और गरीबों के लिए किए गए कार्यों पर जोर देते हुए कहा कि उन्होंने अपने लिए कभी घर नहीं बनाया, लेकिन बीते 10 सालों में 4 करोड़ से अधिक गरीबों को घर दिए हैं। इसके अलावा, उन्होंने 4500 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर दिल्ली के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

मैं भी शीशमहल बना सकता था, लेकिन गरीबों के लिए घर बनाया’, दिल्ली के रैली में MP Modi का बड़ा ऐलान


आपातकाल के अनुभव और संघर्षों की झलक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में 1975 के आपातकाल का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उस दौर में इंदिरा गांधी की तानाशाही के खिलाफ चल रहे आंदोलन का वह भी हिस्सा थे। अशोक विहार उनके लिए एक सुरक्षित स्थान था, जहां से उन्होंने भूमिगत आंदोलन को आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण अनुभव था और उन्हें इस संघर्ष का हिस्सा बनने पर गर्व है।


2025: भारत की विकास यात्रा का नया अध्याय

पीएम मोदी ने भारत के भविष्य को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि 2025 भारत के लिए नई संभावनाओं का वर्ष होगा। उनका मानना है कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता का प्रतीक बन चुका है और आने वाले समय में यह भूमिका और मजबूत होगी।


प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का विकास केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता के साथ होगा। उन्होंने 2025 में भारत की सशक्त भूमिका का भरोसा जताया।


‘मैं भी शीशमहल बना सकता था...’

पीएम मोदी ने कहा कि वह अपने लिए आलीशान महल या घर बना सकते थे, लेकिन उनकी प्राथमिकता हमेशा गरीबों की जरूरतों को पूरा करना रही है। उन्होंने पिछले 10 सालों में 4 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण कर गरीबों के सपनों को साकार किया है।


मोदी ने कहा, "मेरे लिए सबसे बड़ी संतुष्टि यह है कि हर गरीब के सिर पर छत हो। मेरी सरकार की योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है कि हर नागरिक को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिले।"


दिल्ली के लिए बड़ी सौगात

दिल्ली में विधानसभा चुनावों से पहले, प्रधानमंत्री ने 4500 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें अशोक विहार क्षेत्र में 1,675 फ्लैट्स का उद्घाटन शामिल है, जो स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होंगे।


इसके साथ ही, पीएम मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ रुपये की लागत से तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में स्थित वीर सावरकर कॉलेज का नया भवन भी शामिल है। यह कदम शिक्षा क्षेत्र को मजबूती प्रदान करेगा।


गरीबों के लिए योजनाएं और विकास का मॉडल

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका ध्यान हमेशा से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने पर रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाखों गरीब परिवारों को घर मिले हैं। उन्होंने कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि हर गरीब के पास अपना घर हो, जहां वह सुरक्षित और खुशहाल जीवन जी सके।"


उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार का उद्देश्य केवल आवास प्रदान करना नहीं, बल्कि उसे एक सम्मानजनक जीवन देने का है। इसके लिए योजनाएं इस तरह से बनाई गई हैं, जो गरीबों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें समाधान प्रदान करती हैं।


दिल्ली में विकास की नई शुरुआत

दिल्ली में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये कदम राजधानी को एक नई दिशा देने का काम करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन परियोजनाओं से न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।


पीएम मोदी की अपील

प्रधानमंत्री ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे विकास के इस सफर में शामिल हों। उन्होंने कहा, "दिल्ली हमारे देश का दिल है। इसे विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। आपकी भागीदारी से ही यह संभव हो पाएगा।"


उन्होंने विश्वास जताया कि दिल्ली के लोग विकास के इस मॉडल को समझेंगे और इसे सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।

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