सारांश : गुरुवार को विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के चलते शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 284.12 अंक गिरकर 77,864.37 पर और एनएसई निफ्टी 86.8 अंक फिसलकर 23,602.15 पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया भी 1 पैसे की गिरावट के साथ 85.92 पर पहुंच गया। प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट और लाभ का मिश्रण रहा, जबकि एशियाई और अमेरिकी बाजारों में मिलाजुला प्रदर्शन देखा गया।


Stock Market में गिरावट : Sensex और Nifty लाल निशान पर, रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर


शेयर बाजार में भारी गिरावट

गुरुवार सुबह शेयर बाजार में गिरावट के साथ शुरुआत हुई। सेंसेक्स 284.12 अंक गिरकर 77,864.37 पर और निफ्टी 86.8 अंक गिरकर 23,602.15 पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध रूप से 3,362.18 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो बाजार की इस गिरावट का प्रमुख कारण बना।


बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंताजनक रही। बाजार के जानकारों का कहना है कि विदेशी निवेशकों द्वारा भारी बिकवाली और वैश्विक संकेतों ने बाजार की चाल को प्रभावित किया।


सेंसेक्स की 30 कंपनियों का प्रदर्शन

सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से कई के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टूब्रो, जोमैटो, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सन फार्मा, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस और एनटीपीसी जैसे बड़े नामों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई।


दूसरी ओर, कुछ कंपनियों ने निवेशकों को राहत दी। कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), और एशियन पेंट्स जैसे शेयर लाभ के साथ बंद हुए। यह दर्शाता है कि बाजार में अभी भी स्थिरता की कुछ संभावना है।


वैश्विक बाजार का असर

एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखा गया। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे। अमेरिकी बाजारों ने बुधवार को सकारात्मक प्रदर्शन किया, लेकिन भारतीय बाजार इससे लाभ उठाने में विफल रहे।


विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय बाजार पर वैश्विक आर्थिक स्थिति और विदेशी पूंजी प्रवाह का सीधा प्रभाव पड़ रहा है। निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की सलाह दी जा रही है।


रुपये में गिरावट जारी

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार में गुरुवार को रुपया 85.92 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। यह पिछले बंद भाव से 1 पैसे की गिरावट दर्शाता है। यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र है जब रुपये में गिरावट दर्ज की गई है।


डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के चलते रुपया कमजोर हुआ है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 85.94 प्रति डॉलर पर खुला, और शुरुआती सौदों में 85.92 पर स्थिर हुआ। बुधवार को भी रुपया 17 पैसे टूटकर 85.91 के निचले स्तर पर बंद हुआ था।


निवेशकों के लिए सुझाव

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा बाजार स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण दीर्घकालिक निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने पर ध्यान देना चाहिए। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण बाजार में निकट भविष्य में भी दबाव बना रह सकता है।


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