सारांश : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान जारी है। 1.56 करोड़ से अधिक मतदाता आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस बीच सीलमपुर में फर्जी मतदान और जंगपुरा में पैसे बांटने के आरोप सामने आए हैं। आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है। राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: वोटिंग जारी, आरोप-प्रत्यारोप के बीच बढ़ा चुनावी माहौल
दिल्ली में आज विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है। राजधानी की सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हो रहा है, जिसमें कुल 1.56 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। यह चुनाव दिल्ली की राजनीतिक दिशा तय करेगा, क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस अपनी वापसी के लिए संघर्ष कर रही हैं।
चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। 13,766 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, और 3,000 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अर्धसैनिक बलों की 220 कंपनियां, दिल्ली पुलिस के 35,626 जवान और 19,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
वोटिंग के बीच राजनीतिक विवाद, सीलमपुर और जंगपुरा में आरोप
चुनाव के दौरान कई राजनीतिक विवाद भी सामने आ रहे हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया कि सीलमपुर में बुर्के में फर्जी वोटिंग करवाई जा रही है। बीजेपी नेताओं का दावा है कि बड़ी संख्या में फर्जी वोटर मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि जंगपुरा क्षेत्र में मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे बांटे गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले की तत्काल जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अब तक इन मामलों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
तीन प्रमुख दलों के बीच टक्कर
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है।
आम आदमी पार्टी (AAP):
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में AAP तीसरी बार सत्ता में वापसी करने की कोशिश में है।
पार्टी ने मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है।
दिल्ली में सरकार बनाने के लिए AAP को फिर से बहुमत हासिल करना जरूरी होगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP):
बीजेपी पिछले 25 वर्षों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस बार पूरा जोर लगा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली में आक्रामक चुनाव प्रचार किया।
पार्टी ने राष्ट्रवाद, कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दे को चुनावी एजेंडे में रखा है।
कांग्रेस (INC):
कांग्रेस, जो कभी दिल्ली की सत्ता पर 15 साल काबिज रही, पिछले दो चुनावों में कमजोर साबित हुई है।
इस बार पार्टी को फिर से अपनी खोई हुई जमीन पाने की उम्मीद है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
दिल्ली में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
ड्रोन से निगरानी : पहली बार दिल्ली पुलिस मतदान केंद्रों पर ड्रोन से निगरानी कर रही है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी को तुरंत रोका जा सके।
संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा : लगभग 3,000 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
संदिग्ध गतिविधियों पर नजर : सभी मतदान केंद्रों पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी की जा रही है, और चुनाव आयोग को किसी भी अनियमितता की सूचना दी जा रही है।
चुनाव आयोग की ओर से अपील
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे बिना किसी डर और दबाव के मतदान करें। आयोग ने स्पष्ट किया है कि हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और अगर कोई भी पार्टी चुनाव में गड़बड़ी करती पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ईवीएम और वीवीपैट का उपयोग
इस बार भी चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) का उपयोग किया है। हर मतदान केंद्र पर वीवीपैट मशीनें लगाई गई हैं, जिससे मतदाता अपने वोट की पुष्टि कर सकते हैं।
मतदान के बाद आगे की प्रक्रिया
मतदान प्रक्रिया शाम 6 बजे तक चलेगी। इसके बाद सभी ईवीएम मशीनों को सील कर दिया जाएगा और कड़ी सुरक्षा के बीच गिनती केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा।
मतगणना 8 फरवरी को होगी।
चुनाव के नतीजे इसी दिन घोषित किए जाएंगे।
इससे तय होगा कि दिल्ली की सत्ता किसके हाथ में जाएगी।
निष्कर्ष
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है, हालांकि कुछ स्थानों पर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले हैं। सीलमपुर में फर्जी मतदान और जंगपुरा में पैसे बांटने के आरोपों ने माहौल को गरमा दिया है। आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है और सभी की निगाहें 8 फरवरी को आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं।
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