सारांश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस में आयोजित एआई एक्शन समिट 2025 में भाग लेने जा रहे हैं। इस समिट में दुनिया भर के नेता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के भविष्य, इसके उपयोग और इससे जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। यह भारत के लिए महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि देश एआई क्षेत्र में बड़ा निवेश कर रहा है और वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति को मजबूत करना चाहता है। पीएम मोदी इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे, जिसमें रक्षा समझौतों और व्यापारिक संबंधों को लेकर महत्वपूर्ण चर्चाएं होंगी।


नई तकनीक की दिशा में भारत का कदम: पीएम मोदी फ्रांस में AI समिट में होंगे शामिल


AI समिट 2025: भारत की भागीदारी और महत्व


तकनीक के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक बड़ी क्रांति ला चुका है। दुनियाभर के देश इस तकनीक में आगे बढ़ने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इसी क्रम में, पेरिस में आयोजित Paris AI Action Summit 2025 भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दो दिवसीय समिट में भाग लेने के लिए फ्रांस जा रहे हैं। इस समिट का आयोजन 11 फरवरी को ग्रैंड पैलेस में किया जाएगा। इससे पहले यह समिट 2023 में ब्रिटेन और 2024 में दक्षिण कोरिया में आयोजित हो चुका है।


पीएम मोदी का फ्रांस दौरा क्यों महत्वपूर्ण है?


यह पीएम मोदी का छठा फ्रांस दौरा होगा और वे इस बार समिट की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। भारत, अमेरिका, चीन और ब्रिटेन के बाद एआई क्षेत्र में चौथे स्थान पर है, और सरकार इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए बड़े कदम उठा रही है। भारत ने 2027 तक AI क्षेत्र में 5.1 अरब डॉलर (लगभग 44,000 करोड़ रुपये) निवेश करने की योजना बनाई है। इससे AI, जनरेटिव AI और डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में 1.2 लाख नौकरियां पैदा होने की संभावना है।


भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक वार्ता


समिट के अलावा, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी। इसमें भारत-फ्रांस रक्षा साझेदारी, व्यापारिक सहयोग और तकनीकी नवाचारों पर चर्चा होगी। फ्रांस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार है, और इस यात्रा के दौरान नौसेना के लिए राफेल एम लड़ाकू विमान और स्कॉर्पियन पनडुब्बी की खरीद पर समझौता होने की संभावना है।


AI पर वैश्विक नीति और भारत की भूमिका


एआई तकनीक के बढ़ते प्रभाव के साथ, इसके संभावित खतरों को लेकर भी वैश्विक स्तर पर चिंता जताई जा रही है। इस समिट में एआई के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग को लेकर चर्चा होगी। भारत इस क्षेत्र में अपनी नीति को स्पष्ट करेगा और वैश्विक स्तर पर एक मजबूत भूमिका निभाने के लिए रणनीति बनाएगा।


सैम ऑल्टमैन की भारत यात्रा और AI सेक्टर में भारत की स्थिति


OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन हाल ही में भारत दौरे पर आए थे। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और भारत को AI के क्षेत्र में एक उभरता हुआ वैश्विक लीडर बताया। भारत का टेक उद्योग तेजी से AI को अपना रहा है, और 70% भारतीय कंपनियां पहले से ही हाइब्रिड AI तकनीकों का उपयोग कर रही हैं।


फ्रांस के बाद अमेरिका यात्रा


फ्रांस की यात्रा के बाद पीएम मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका के दौरे पर जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में व्यापार, निवेश और प्रवासी भारतीयों के मुद्दों पर चर्चा होगी। अमेरिका में अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर ट्रंप का सख्त रुख है, और भारत इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करेगा।

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