सारांश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा हमेशा से ही भारत-अमेरिका संबंधों के लिए महत्वपूर्ण रहा है। इस बार उनका दौरा और भी खास है, क्योंकि 13 फरवरी को वे व्हाइट हाउस में दुनिया के सबसे चर्चित उद्योगपतियों में से एक, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क से मुलाकात करेंगे। यह बैठक कई मायनों में ऐतिहासिक हो सकती है, क्योंकि इसमें भारत में टेस्ला के निवेश, सस्ते इंटरनेट के लिए स्टारलिंक के विस्तार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) नीति पर गहन चर्चा होने की संभावना है।
व्हाइट हाउस में होगी महत्वपूर्ण बैठक:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दो दिवसीय दौरे के दौरान कई नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम तय किया गया है, लेकिन एलन मस्क के साथ होने वाली बैठक पर खास नजरें टिकी हुई हैं। यह मुलाकात अमेरिका और भारत के आर्थिक और तकनीकी संबंधों को नई दिशा दे सकती है।
2015 की मुलाकात और अब की स्थिति:
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी और एलन मस्क आमने-सामने बैठेंगे। 2015 में, जब प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के सैन जोस दौरे पर थे, तब उन्होंने टेस्ला के संयंत्र का दौरा किया था। उस समय मस्क ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से अपनी फैक्ट्री दिखाई थी। हालांकि, उस समय मस्क डेमोक्रेटिक पार्टी समर्थक थे, लेकिन अब वे डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य सलाहकारों में से एक बन गए हैं। इस बदलाव के कारण इस बार की मुलाकात का महत्व और भी बढ़ जाता है।
भारत में टेस्ला और स्पेसएक्स का निवेश:
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में टेस्ला की भारत में संभावनाओं को लेकर विशेष चर्चा की जाएगी। एलन मस्क पहले भी भारत में किफायती इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने में रुचि दिखा चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस फैसला नहीं हुआ है। अगर इस बैठक में इस पर सहमति बनती है, तो भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट को जबरदस्त बढ़ावा मिल सकता है।
इसके अलावा, स्पेसएक्स के अंतर्गत आने वाली स्टारलिंक इंटरनेट सेवा का भारत में विस्तार भी चर्चा का विषय हो सकता है। यह सेवा सस्ती और उच्च गति वाली इंटरनेट सुविधा देने का दावा करती है, जिससे भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों को डिजिटल क्रांति का लाभ मिल सकता है।
भारत में AI नीति पर चर्चा:
बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) नीति को लेकर भी बात होने की संभावना है। भारत सरकार AI को लेकर एक व्यापक नीति बना रही है, जिससे ऑटोमेशन और डिजिटल इकोनॉमी को नई गति मिल सकती है। एलन मस्क लंबे समय से AI की शक्ति और खतरों को लेकर बात करते रहे हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वे भारत के AI क्षेत्र को लेकर क्या विचार रखते हैं और इसमें किस तरह का सहयोग कर सकते हैं।
राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव:
प्रधानमंत्री मोदी की यह बैठक इसलिए भी खास मानी जा रही है, क्योंकि मस्क अब अमेरिकी प्रशासन में 'सरकारी दक्षता विभाग' के प्रमुख हैं। इस विभाग का उद्देश्य संघीय कार्यक्रमों और नियमों को सुधारना है। ऐसे में उनकी भारतीय नीतियों और निवेश योजनाओं पर राय काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। इसके अलावा, भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने में इस बैठक का बड़ा योगदान हो सकता है।
क्या भारत को मिलेगा सस्ता इंटरनेट?
स्टारलिंक की योजना भारत में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराने की है। वर्तमान में, भारत में ब्रॉडबैंड और मोबाइल डेटा सेवाएं कई क्षेत्रों में महंगी या सीमित हैं। अगर मस्क और मोदी की इस बैठक में कोई ठोस समझौता होता है, तो आने वाले समय में भारतीयों को बेहतर और सस्ता इंटरनेट मिल सकता है।
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