सारांश: उत्तर प्रदेश सरकार ने बजट 2025-26 में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को हाई-टेक बनाया जाएगा, जबकि पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ई-हब विकसित किए जाएंगे। साथ ही, जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बुलंदशहर संपर्क एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। इस परियोजना से राज्य में पर्यटन, व्यापार और यातायात सुविधाओं में बड़ा बदलाव आएगा।


यूपी के एक्सप्रेसवे होंगे हाई-टेक: बनेगा ई-हब, थीम पार्क और आधुनिक सुविधाएं


यूपी के एक्सप्रेसवे को मिलेगा हाई-टेक अपग्रेड

उत्तर प्रदेश सरकार ने बजट 2025-26 में इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता दी है, जिसमें एक्सप्रेसवे को अधिक आधुनिक, सुरक्षित और सुगम बनाने की योजना है। राज्य सरकार द्वारा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को हाई-टेक बनाने के लिए व्यापक सुधार किए जाएंगे।


मुख्य बिंदु:

  • आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) से लैस किया जाएगा।
  • पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ई-हब विकसित होंगे, जहां थीम पार्क, होटल और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
  • जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
  • इस योजना से उत्तर प्रदेश के पर्यटन, व्यापार और परिवहन को नई दिशा मिलेगी।


आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बनेगा स्मार्ट एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश सरकार ने 301 किमी लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस करने की घोषणा की है। इसके तहत एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) लगाया जाएगा, जिससे यातायात नियंत्रण, दुर्घटना प्रबंधन और सफर की सुरक्षा को बढ़ाया जाएगा।

  • 10 करोड़ रुपये के बजट से सड़क के गड्ढे, टूट-फूट और अन्य खामियों को दूर किया जाएगा।
  • एक्सप्रेसवे को सुगम बनाने के लिए नए सर्विस रोड और रेस्ट एरिया विकसित किए जाएंगे।
  • स्मार्ट कैमरे और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल होगा।

इस अपग्रेड से यात्रियों को अधिक सुरक्षित और आरामदायक सफर मिलेगा।


पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बनेंगे ई-हब

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ई-हब बनाने का फैसला किया है। इसके तहत कुल 12 स्थानों पर होटल, फूड कोर्ट, थीम पार्क और ट्रक यूजर जोन जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।


  • पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 8 ई-हब
  • बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 4 ई-हब

  • पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ई-हब निर्माण के लिए ₹144 करोड़
  • बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए ₹72 करोड़ निर्धारित


ई-हब में मिलेंगी ये सुविधाएं:

  • होटल और रिज़ॉर्ट: यात्रियों और व्यापारियों के लिए आरामदायक रहने की व्यवस्था।
  • थीम पार्क और मनोरंजन केंद्र: पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नए आकर्षण।
  • फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट: एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए हाई-स्टैंडर्ड खानपान।
  • बैंक्वेट हॉल और वेयरहाउस: बिजनेस मीटिंग्स और लॉजिस्टिक्स के लिए विशेष सुविधाएं।
  • ट्रक यूजर जोन और ऑटोमोबाइल शोरूम: परिवहन और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं।

यह योजना उत्तर प्रदेश को एक स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर हब में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।


जेवर एयरपोर्ट से जुड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बुलंदशहर संपर्क एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा।

  •  यह एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा, जिसकी कुल लागत ₹1000 करोड़ होगी।
  •  अप्रैल 2025 तक जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण पूरा होने की संभावना है।
  •  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नए एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं।
  •  इससे प्रयागराज और वाराणसी तक की यात्रा अधिक तेज और सुगम हो जाएगी।


इससे क्या फायदे होंगे?

  • दिल्ली-एनसीआर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों तक सीधा कनेक्टिविटी मिलेगी।
  •  जेवर एयरपोर्ट के यात्री सीधे गंगा एक्सप्रेसवे से यात्रा कर सकेंगे।
  • लॉजिस्टिक्स और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।


यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगा नया रूप

योगी सरकार का यह बजट यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास है।

नई योजनाओं के लाभ:

  •  एक्सप्रेसवे को हाई-टेक और सुरक्षित बनाया जाएगा।
  •  ई-हब और थीम पार्क से पर्यटन और व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा।
  • नई कनेक्टिविटी परियोजनाएं राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देंगी।

इस बजट से उत्तर प्रदेश को स्मार्ट, कनेक्टेड और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।

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