सारांश: Advantage Assam 2.0 समिट के दौरान असम सरकार ने ₹5 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धताएं हासिल की हैं। इस निवेश से लगभग 2 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उद्योग मंत्री बिमल बोराह ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए कई कंपनियों ने MoU साइन किए हैं। रिलायंस, अदानी और टाटा समूह समेत कई बड़ी कंपनियों ने असम में निवेश की घोषणाएं की हैं, जो राज्य के औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति देंगे।
Advantage Assam 2.0: असम को आर्थिक विकास की नई दिशा
असम सरकार द्वारा आयोजित Advantage Assam 2.0 समिट में राज्य को 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। 25-26 फरवरी को गुवाहाटी में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में निवेश के लिए कई समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस आयोजन को असम की आर्थिक प्रगति के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, "अगर हम हस्ताक्षरित MoU का 70% भी लागू कर पाते हैं, तो आने वाले 5 वर्षों में असम विकास की एक नई ऊंचाई पर होगा।"
उद्योग और वाणिज्य मंत्री बिमल बोराह ने जानकारी दी कि निवेश से जुड़े सभी MoU की विभागवार समीक्षा की जाएगी और इनके क्रियान्वयन को लेकर एक समिति गठित की जाएगी। समिति द्वारा जांच के बाद तय किया जाएगा कि किन परियोजनाओं को राज्य में लागू किया जाएगा।
बड़ी कंपनियों की भागीदारी, रोजगार के नए अवसर
Advantage Assam 2.0 में देश के कई बड़े उद्योगपतियों ने असम में निवेश की घोषणाएं कीं। प्रमुख निवेशकों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदानी ग्रुप, टाटा ग्रुप समेत अन्य बड़े कॉर्पोरेट हाउस शामिल रहे। इन निवेशों से असम में लगभग 2 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज:
- चेयरमैन मुकेश अंबानी ने असम में ₹50,000 करोड़ के निवेश की घोषणा की।
- इस निवेश में एक मेगा फूड पार्क और गुवाहाटी में 7-स्टार होटल की स्थापना शामिल होगी।
अदानी ग्रुप:
- चेयरमैन गौतम अदानी ने राज्य में ₹50,000 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता जताई।
- यह निवेश हवाई अड्डों, एयरोसिटी, रक्षा, सीमेंट और सड़क परियोजनाओं में किया जाएगा।
टाटा समूह:
- टाटा ग्रुप ने असम में एक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण इकाई स्थापित करने की योजना बनाई है।
- यह यूनिट कंपनी के निर्माणाधीन सेमीकंडक्टर संयंत्र के बराबर होगी, जिसके लिए टाटा ग्रुप ₹27,000 करोड़ खर्च कर रहा है।
निवेश से असम को क्या लाभ होगा?
इस मेगा निवेश से असम को कई प्रमुख क्षेत्रों में विकास का लाभ मिलेगा:
औद्योगिक विकास:
- राज्य में मैन्युफैक्चरिंग और उत्पादन इकाइयों की स्थापना होगी।
- इससे स्थानीय स्तर पर छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को बढ़ावा मिलेगा।
रोजगार के अवसर:
- नए उद्योग और परियोजनाओं से 2 लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी।
- राज्य के युवा तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्रों में नए अवसरों का लाभ उठा सकेंगे।
पर्यटन और अवसंरचना:
- 7-स्टार होटल और एयरोसिटी के निर्माण से असम पर्यटन का नया हब बन सकता है।
- सड़क और हवाई अड्डों के विस्तार से व्यापार और परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।
कृषि और खाद्य प्रसंस्करण:
- मेगा फूड पार्क से स्थानीय किसानों को फायदा मिलेगा।
- कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग और निर्यात की संभावनाएं बढ़ेंगी।
असम सरकार की योजना और आगामी कदम
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सरकार इन MoU को जल्द से जल्द लागू करने के लिए मार्च से पूरी समीक्षा प्रक्रिया शुरू करेगी। सरकार का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में निवेश का 70% से अधिक भाग साकार करना है।
इसके लिए:
- एक विशेष समिति बनाई जाएगी, जो MoU के क्रियान्वयन की निगरानी करेगी।
- निवेश की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकारी विभागों में तालमेल स्थापित किया जाएगा।
- नई औद्योगिक नीति लागू की जाएगी, जिससे निवेशकों को सहूलियत मिले।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में तेजी लाई जाएगी, ताकि निवेशक आसानी से अपने प्रोजेक्ट स्थापित कर सकें।
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