सारांश: भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भी सुस्ती देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी लगभग सपाट खुले, जबकि वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक तनाव का असर बाजार की चाल पर साफ नजर आया। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी नीतियों और व्यापार संबंधी चिंताओं के कारण बाजार में स्थिरता की उम्मीद फिलहाल कम है। सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी बैंक और ऑटो सेक्टर पर दबाव रहा, जबकि मीडिया इंडेक्स में बढ़त दर्ज की गई।
शेयर बाजार में सुस्ती का दौर जारी
भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भी सुस्ती देखने को मिली, क्योंकि प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी लगभग सपाट खुले। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव का असर घरेलू बाजारों पर भी पड़ता दिखा।
बीएसई सेंसेक्स 74,474.98 अंकों पर खुला, जिसमें मामूली 142.40 अंकों यानी 0.19% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 22,521.85 पर खुला, जो 30.65 अंक या 0.14% नीचे था।
वैश्विक घटनाक्रम का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव, अमेरिका में बढ़ती ब्याज दरों की संभावनाएं और ट्रंप प्रशासन द्वारा टैरिफ से जुड़ी नीतियों में बदलाव से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा, "भारतीय बाजार वैश्विक बहुसंकटों की छाया में हैं। जब तक वैश्विक आर्थिक संबंध और भू-राजनीतिक स्थिरता नहीं आती, तब तक बाजार में मजबूती की उम्मीद करना मुश्किल है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह समय सतर्कता बरतने और निवेश में धीमापन रखने का है।
सेक्टोरल प्रदर्शन और प्रमुख स्टॉक्स की चाल
शेयर बाजार में सेक्टोरल इंडेक्स के प्रदर्शन पर नजर डालें तो निफ्टी बैंक और ऑटो सेक्टर में दबाव देखने को मिला। दूसरी ओर, मीडिया इंडेक्स में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
निफ्टी 50 इंडेक्स में 28 स्टॉक्स नुकसान के साथ खुले, जबकि 20 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई और 2 शेयरों की स्थिति अपरिवर्तित रही।
- इंडसइंड बैंक निफ्टी 50 में सबसे अधिक गिरावट दर्ज करने वाला स्टॉक रहा, जिसमें 5.35% की गिरावट आई।
- महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.22% की गिरावट देखी गई।
- ट्रेंट के शेयरों में भी 1.29% की कमजोरी रही।
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार अभी एक अहम सपोर्ट लेवल पर ट्रेड कर रहा है और जल्द ही किसी दिशा में निर्णायक ब्रेकआउट देखने को मिल सकता है।
बाजार के तकनीकी संकेत
तकनीकी विश्लेषक सुनील गुर्जर के अनुसार, "निफ्टी 50 फिलहाल सपोर्ट के स्तर पर बना हुआ है और 23,400 के ऊपर जाने पर मजबूत तेजी देखने को मिल सकती है। वॉल्यूम में बढ़ोतरी से यह संकेत मिलता है कि खरीदारी का दबाव बढ़ रहा है, जिससे निफ्टी ऊपरी स्तरों की ओर बढ़ सकता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि यदि निफ्टी 23,400 के स्तर को पार कर जाता है, तो बाजार में तेजी की प्रवृत्ति शुरू हो सकती है, जिससे मंदी के संकेत समाप्त हो सकते हैं।
एशियाई बाजारों की स्थिति
अन्य एशियाई बाजारों में भी सोमवार को मिश्रित रुझान देखने को मिला।
- जापान का निक्केई 225 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स बढ़त के साथ खुले।
- हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स इस रिपोर्ट के समय 2% से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था।
- ताइवान वेटेड इंडेक्स में 0.36% की गिरावट देखी गई।
आगे की संभावनाएं
बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिकी आर्थिक नीतियों, वैश्विक महंगाई, और भू-राजनीतिक तनाव का असर भारतीय बाजारों पर बना रहेगा। निवेशकों को सतर्कता बरतने और बाजार की चाल को समझते हुए लंबी अवधि के निवेश के अवसरों पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है।
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