मार्क कार्नी एक प्रसिद्ध कनाडाई-ब्रिटिश अर्थशास्त्री और केंद्रीय बैंकर हैं, जिन्होंने बैंक ऑफ़ इंग्लैंड और बैंक ऑफ़ कनाडा के गवर्नर के रूप में कार्य किया। वह जलवायु वित्त, आर्थिक नीतियों और केंद्रीय बैंकिंग में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
मार्क कार्नी का जन्म 16 मार्च 1965 को कनाडा के नॉर्थवेस्ट टेरिटोरीज़ में हुआ। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक (1988) किया और ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से एम.फिल और डी.फिल (1993) की डिग्री प्राप्त की।
करियर
गोल्डमैन सैक्स (1990-2003)
अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, कार्नी ने गोल्डमैन सैक्स में एक निवेश बैंकर के रूप में काम किया, जहाँ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में अनुभव प्राप्त किया।
बैंक ऑफ़ कनाडा (2003-2013)
2003 में, उन्होंने बैंक ऑफ़ कनाडा में उप गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला और 2008 में गवर्नर बने। वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान, उन्होंने नीतिगत उपायों से कनाडाई अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखा।
बैंक ऑफ़ इंग्लैंड (2013-2020)
2013 में, वे बैंक ऑफ़ इंग्लैंड के गवर्नर बने, यह पद संभालने वाले पहले गैर-ब्रिटिश व्यक्ति थे। ब्रेक्सिट और आर्थिक अस्थिरता के समय उन्होंने वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य भूमिकाएँ
2020 में संयुक्त राष्ट्र के जलवायु वित्त सलाहकार बने।
2021 में ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के उपाध्यक्ष बने।
2023 में, उन्होंने स्थायी निवेश और जलवायु परिवर्तन से संबंधित कई पहलों का नेतृत्व किया।
पुरस्कार और सम्मान
मार्क कार्नी को अर्थशास्त्र और वित्तीय स्थिरता में उनके योगदान के लिए कई सम्मान मिले हैं। उन्हें गवर्नर ऑफ़ द ईयर और ग्लोबल सेंट्रल बैंकर ऑफ़ द ईयर जैसे पुरस्कार मिले हैं।
निजी जीवन
वह डायना कार्नी से विवाहित हैं, जो एक पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके चार बच्चे हैं।
निष्कर्ष
मार्क कार्नी को एक प्रभावशाली केंद्रीय बैंकर और अर्थशास्त्री माना जाता है, जिन्होंने वैश्विक वित्तीय नीतियों और जलवायु वित्त में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
एक टिप्पणी भेजें