परमाणु बम (Nuclear Weapon) एक विनाशकारी हथियार है जो परमाणु प्रतिक्रियाओं के माध्यम से विस्फोटक ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह ऊर्जा परमाणु विखंडन (फिजन) या परमाणु संलयन (फ्यूजन) प्रतिक्रियाओं से आती है। परमाणु हथियारों का उपयोग बड़े पैमाने पर विनाश और भारी क्षति के लिए किया जा सकता है, जिससे यह हथियार आधुनिक युग के सबसे खतरनाक हथियारों में से एक माना जाता है।

इतिहास
परमाणु हथियारों का विकास 20वीं शताब्दी के मध्य में हुआ। सबसे पहला परमाणु परीक्षण 16 जुलाई 1945 को अमेरिका के न्यू मैक्सिको राज्य के अलामोगोर्डो नामक स्थान पर किया गया था, जिसे 'ट्रिनिटी टेस्ट' कहा जाता है। इसके कुछ सप्ताह बाद, अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु बम गिराए, जिससे भारी विनाश हुआ और युद्ध का अंत हुआ।
प्रकार
परमाणु विखंडन बम (फिजन बम)
फिजन बम, जिसे आमतौर पर एटम बम कहा जाता है, यूरेनियम-235 या प्लूटोनियम-239 जैसे भारी तत्वों के विखंडन पर आधारित होता है। इस प्रक्रिया में, परमाणुओं के नाभिक विभाजित होते हैं और बड़ी मात्रा में ऊर्जा छोड़ते हैं।
परमाणु संलयन बम (फ्यूजन बम)
फ्यूजन बम, जिसे हाइड्रोजन बम या थर्मोन्यूक्लियर बम भी कहा जाता है, हाइड्रोजन के समस्थानिकों के संलयन पर आधारित होता है। इस प्रक्रिया में, हल्के तत्वों के नाभिक मिलकर भारी नाभिक बनाते हैं और विशाल ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। फ्यूजन बम, फिजन बम की तुलना में कई गुना अधिक शक्तिशाली होते हैं।
प्रभाव
परमाणु हथियारों के प्रभाव बहुआयामी होते हैं:
विस्फोट: तत्काल विस्फोटक प्रभाव जो कई किलोमीटर के दायरे में सबकुछ नष्ट कर सकता है।
तापीय विकिरण: तीव्र गर्मी जो आग और जलने का कारण बन सकती है।
विकिरण: आयनीकरण विकिरण जो जीवों के लिए घातक हो सकता है और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
विद्युत चुंबकीय स्पंदन (EMP): विद्युत उपकरणों और संचार प्रणालियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य
परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संधियाँ और समझौते बनाए गए हैं:
परमाणु अप्रसार संधि (NPT): यह संधि परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने और परमाणु निरस्त्रीकरण को बढ़ावा देने का प्रयास करती है।
व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT): यह संधि सभी प्रकार के परमाणु परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाती है।
परमाणु हथियार संपन्न देश
वर्तमान में, कई देशों के पास परमाणु हथियार हैं, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इज़राइल शामिल हैं।
निष्कर्ष
परमाणु हथियार अत्यधिक विनाशकारी और घातक होते हैं। इनकी विनाशकारी शक्ति और प्रभाव ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियाँ पेश की हैं। हालाँकि, अंतरराष्ट्रीय समुदाय निरस्त्रीकरण और अप्रसार के प्रयासों के माध्यम से इन हथियारों के खतरे को कम करने का प्रयास कर रहा है। परमाणु हथियारों के बिना एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण विश्व की परिकल्पना और प्रयास आज भी जारी है।