पार्वथानेनी हरीश एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक हैं, जो भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 1990 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने विभिन्न देशों में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया है और वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं। अपने करियर के दौरान, उन्होंने भारत की कूटनीतिक नीतियों को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
पार्वथानेनी हरीश का जन्म और पालन-पोषण भारत में हुआ। उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय विदेश सेवा (IFS) में प्रवेश किया। उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कूटनीति में विशेषज्ञता प्रदान की।
राजनयिक करियर
वियतनाम में भारत के राजदूत (2016-2019)
हरीश को 2016 में वियतनाम में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने भारत-वियतनाम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया, जिसमें व्यापार, रक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना शामिल था।
जर्मनी में भारत के राजदूत (2021-2024)
2021 में, उन्हें जर्मनी में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया। इस अवधि में, उन्होंने दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में, भारत-जर्मनी संबंध कई क्षेत्रों, विशेष रूप से व्यापार और निवेश में मजबूत हुए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि (2024-वर्तमान)
1 सितंबर 2024 को पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि का पदभार संभाला। इस भूमिका में, वे संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद में भारत के हितों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हाल ही में, उन्होंने पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के मुद्दे पर भारत की स्थिति को मजबूती से पेश किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष भारत की कूटनीतिक प्राथमिकताओं को उजागर किया।
व्यक्तिगत जीवन
हरीश एक संवेदनशील और समर्पित राजनयिक माने जाते हैं। वे अपने परिवार के साथ समय बिताने और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने में रुचि रखते हैं।
संदर्भ
संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी मिशन
[विभिन्न समाचार स्रोत]