एकता के लिए सहमति (Uniting for Consensus या UfC) एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सुधारों के लिए स्थापित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य UNSC में स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के खिलाफ एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना है। UfC का गठन 1990 के दशक में हुआ था और इसमें कई देशों का समूह शामिल है, जो UNSC में स्थायी सदस्यता के विस्तार के खिलाफ हैं।
इतिहास
1990 के दशक के मध्य में, UNSC में स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के संदर्भ में वैश्विक चर्चा शुरू हुई। इस संदर्भ में, भारत, जापान, जर्मनी और ब्राजील सहित कुछ देशों ने स्थायी सदस्यता की मांग की। इससे चिंतित होकर कुछ अन्य देश एक साथ आए और यूनाइटिंग फॉर कंसेंशस (UfC) नामक समूह का गठन किया।
मुख्य उद्देश्य
UfC का मुख्य उद्देश्य UNSC में स्थायी सदस्यों की संख्या को बढ़ाने के खिलाफ एकजुटता दिखाना और अस्थायी सदस्यों की संख्या में वृद्धि की मांग करना है। समूह का मानना है कि यदि स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाती है, तो यह वैश्विक संतुलन को प्रभावित करेगा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अस्थिरता उत्पन्न कर सकता है।
सदस्य
UfC में 50 से अधिक देश शामिल हैं, जिनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की, कनाडा, इटली, अर्जेंटीना, मैक्सिको, और दक्षिण कोरिया जैसे देश शामिल हैं। यह देश मिलकर UNSC में स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के किसी भी प्रयास का विरोध करते हैं।
तर्क और तर्क-वितर्क
UfC के सदस्य इस विचार का समर्थन करते हैं कि UNSC में स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने से परिषद का संतुलन बिगड़ जाएगा। उनका कहना है कि इससे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा और निर्णय लेने की प्रक्रिया में जटिलता बढ़ेगी। इसके अलावा, वे यह भी मांग करते हैं कि UNSC में वीटो पावर के उपयोग में बदलाव किया जाए या इसे समाप्त किया जाए, ताकि निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक समावेशी बन सके।
आलोचना
UfC की आलोचना भी होती है, खासकर उन देशों द्वारा जो UNSC में स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि UfC एक ऐसी स्थिति को बनाए रखने का प्रयास कर रहा है, जिसमें कुछ देशों को अत्यधिक लाभ मिल रहा है, जबकि अन्य देशों को अपने अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
निष्कर्ष
यूनाइटिंग फॉर कंसेंशस (UfC) एक महत्वपूर्ण मंच है, जो UNSC में सुधारों के संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका प्रभाव और नीति निर्माण में योगदान वैश्विक राजनीति में ध्यान देने योग्य है। UfC की गतिविधियाँ और उसके सदस्य देशों के तर्क वैश्विक स्तर पर सुरक्षा परिषद के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं।