हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे में हुई झमाझम बारिश से अब तबाही की तस्वीरें नजर आने लगी हैं. सूबे में मंडी जिले में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. यहां पर जिला मंडी के नाचन क्षेत्र के चुनाहन में बादल फटा है. इसी तरह मंडी जिले के सरकाघाट के पटड़ीघाट के ज्वाली में भी बादल फटने से भारी तबाही हुई है. यहां पर पहाड़ी पर बादल फटने के बाद बड़ी मात्रा में पानी और मलबा मकानों को अपने साथ ले गया. वहीं, मंडी के नाचन के चुनाहन में घरों के आसपास पार्क गाड़ियां मलबे के साथ पानी में बह गईं और कई घरों के आंगन बह गए हैं.

मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल को अगले तीन दिन तक बारिश से राहत के आसार नहीं हैं. इस दौरान येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताई है. हिमाचल में बीते चौबीस घंटे में हुई बारिश से 452 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए ठप हैं. दो नेशनल हाईवे पर भी यातायात बाधित हुआ है. दर्जनों गांवों में बिजली गुल है और 1814 बिजली ट्रांसफार्मर व 59 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं. मंडी जिले में सबसे अधिक 236 और शिमला में 59 सड़कें बंद हैं. मंडी में ही 1335 और हमीरपुर में 445 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं.

हिमाचल आपदा प्रबंधन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, मॉनसून सीजन में 24 जून से 12 अगस्त तक 255 लोगों की मौत हो चुकी है और 290 अन्य लोग घायल हैं. बरसात के चलते अब तक 935 घर ढहे हैं. सीजन में अब तक 6807.22 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. राज्य में भूस्खलन की 87 और अचानक बाढ़ की 54 घटनाएं सामने आ चुकी हैं

मंडी के बल्ह में नुकसान

मंडी के बल्ह इलाके में सबसे अधिक बारिश की वजह से नुकसान हुआ है. यहां पर सुंदरनगर में 12 घंटे में 166 एमएम यानी 17 सेंटीमीटर के करीब पानी बरसा है. इसी तरह मंडी के गोहर में 125 एमएम बरसात हुई है. फिलहाल, दोपहर तक बारिश बंद हुई है. लेकिन बादल छाए हुए हैं. प्रदेश भर में डर का माहौल है.


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