देश का अंग्रेजी नाम बदलने को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि केंद्र सरकार ने इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की कवायद शुरू कर दी है. कांग्रेस ने जी20 सम्मेलन में होने वाले भोज का न्योता पत्र जारी किया है, जिसमें ‘द प्रेसिडेंट भारत’ के नाम से न्योता दिया गया है. वहीं भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने मांग की है कि संविधान में इंडिया की जगह भारत शब्द कर देना चाहिए. इतना ही नहीं सूत्रों का कहना है इंडिया की जगह भारत नाम को लेकर सरकार संसद के विशेष सत्र में बिल भी पेश कर सकती है. बहरहाल भारत का अंग्रेजी नाम बदलता है या नहीं यह भविष्य बताएगा. मगर दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जिन्होंने अपना नाम बदला है.
इंडिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आज दुनिया में 195 देश हैं और इनमें से कई ने विभिन्न कारणों से अपना नाम बदल लिया है. जैसे सीमा परिवर्तन, युद्ध और स्वतंत्रता, किसी नेता का सम्मान करना, देशों का विभाजन आदि कारणों के चलते कई देशों ने अपना नाम बदल लिया. अधिकांश देशों ने अपने अतीत को मिटाने के लिए अपना नाम बदला, जबकि कुछ अन्य ने पर्यटन को आकर्षित करने के लिए ऐसा किया.
श्रीलंका
अंग्रेजों के राज में 1815 से लेकर 1948 तक श्रीलंका को सीलोन नाम से जाना जाता था. वहीं 20वीं सदी की शुरुआत होने के बाद जब आजादी का आंदोलन तेज हुआ तो देश का नाम श्रीलंका रखने की मांग ने भी जोर पकड़ लिया. इसके बाद 1972 में आधिकारिक तौर पर देश का नाम द रिपब्लिक ऑफ श्रीलंका रखा गया, जिसे 1978 में डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ऑफ श्रीलंका किया गया.
बोत्सवाना
मार्च 1885 में ब्रिटेन ने बोत्सवाना का आधिकारिक तौर पर नाम बेचुयानालैंड रखा. लेकिन जब देश 30 सितंबर 1966 को आजाद हुआ तो देश का नाम बोत्सवाना रखा गया. यह नाम देश के सबसे बड़े जातीय समूह त्वाना के नाम पर रखा गया है.
इथोपिया
इथोपिया के उत्तरी हिस्से पर पहले अबीसीनिया साम्राज्य का शासन था. लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के दौरान राजा हेले सेलासी ने देश का नाम अबीसीनिया से इथोपिया कर दिया. हालांकि कुछ विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि इथोपिया का नाम हमेशा से यही था और अबीसीनिया नाम को अरबों ने प्रचलित किया.
जॉर्डन
मध्य पूर्व का देश जॉर्डन जब ब्रिटेन के अधीन था तो उसका नाम ट्रांजॉर्डन था. उसे 1946 में आजादी मिली और 1949 में देश का नाम फिर से द हाशेमिके किंगडम ऑफ जॉर्डन किया गया.
म्यांमार
म्यांमार को पहले बर्मा कहा जाता था. सैन्य सरकार ने 1989 में देश का नाम म्यांमार रखा. फ्रांस और जापान ने इस नाम को स्वीकार कर लिया. लेकिन अमेरिका और ब्रिटेन लंबे समय तक बर्मा नाम ही इस्तेमाल करते रहे.
तुर्की
तुर्की को अब तुर्किये के नाम से जाना जाता है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने हाल ही में देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नाम को बदलकर तुर्किये करने की घोषणा की है. राष्ट्रपति ने देश को संबोधित करते हुए अपने बयान में बताया था कि तुर्किये शब्द तुर्की राष्ट्र की संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों को बेहतरीन तरीके से दर्शाता है और व्यक्त करता है.
हॉलैंड (द नीदरलैंड्स)
साल 2020 में हॉलैंड की सरकार ने अपने देश का नाम बदलकर द नीदरलैंड्स रखने का फैसला किया था. इस देश के दो क्षेत्र हैं जिनमें साउथ हॉलैंड और नॉर्थ हॉलैंड है. इसके पीछे की वजह मार्केटिंग मूव बताई गई थी.
चेक गणराज्य (चेकिया)
अप्रैल 2016 से चेक गणराज्य को चेकिया के नाम से जाना जाने लगा. ये मध्य यूरोप का एक देश है, जिसे पहले बोहेमिया के नाम से भी जाना जाता था.
ईरान
मार्च 1935 से पहले ईरान का नाम फारस था. साल 1935 में यहां की सरकार ने उन देशों से अपने देश को ईरान कहकर संबोधित करने को कहा, जिनके उनके साथ राजनयिक संबंध थे.
सियाम (थाईलैंड)
सियाम का नाम साल 1939 में बदलकर थाईलैंड रख दिया था. उस दौरान वहां राजशासन था. स्थानीय भाषा में इसको prathet thai कहते हैं, जिसका अर्थ होता है, ‘आजाद लोगों का देश’.



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