Maharashtra Congress News: महाराष्ट्र में मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी और अब पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी डैमैज कंट्रोल में जुट गई है। राज्यसभा चुनावों से ठीक पहले पार्टी के बड़ें नेता के इस्तीफा देने से दिल्ली तक हलचल देखने को मिल रही है। अब सभी की नजरें पार्टी विधायकों की बैठक पर लग गई हैं।

हाइलाइट्स

  • पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद गरमाई राजनीति
  • कांग्रेस पार्टी ने विधायकों की मुंबई में बुलाई एक आपात बैठक
  • राज्य सभा चुनावों के साथ पार्टी की एकजुटता पर होगी चर्चा
  • बीजेपी की तरफ से और टूट होने का किया जा रहा है दावा

मुंबई: 2024 लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र में शुरू हुए इस्तीफों को रोकने के लिए आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गया है। एक महीने के अंदर तीन बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी अब हर हाल में यह सिलसिला रोकना चाहती है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद दिल्ली तक हलचल है। पार्टी में सबकुछ ठीक करने के लिए 13 जनवरी को पार्टी के विधायकों की मुंबई में बैठक बुलाई गई है। ऐसे में जब बीजेपी की तरफ से दावा किया जा रहा है कि काफी नेता संपर्क में हैं तब कांग्रेस की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।

कितने विधायक पहुंचेंगे?

कांग्रेस की तरफ से विधायकों की बैठक को कई नजरिए से देखा जा रहा है। इस बैठक में यह तय होने की उम्मीद है कि पार्टी में क्या कोई बड़ी टूट होने वाली है, या फिर बीजेपी कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना रही है। कांग्रेस की बैठक में बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी के ऊपर भी नजरें रहेंगी? बाबा सिद्दीकी के अजित पवार की अगुवाई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में जाने के बाद जीशान ने अपने कांग्रेस से रिश्ते को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है। वे मुंबई युवा कांग्रेस के प्रमुख भी हैं।

दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है: पृथ्वीराज

अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण ने फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। चव्हाण ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि अशोक चव्हाण ने किस मजबूरी में कांग्रेस का साथ छोड़ा। उन्होंने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि उनके जैसा व्यक्ति ऐसा कदम उठाएगा। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अशोक चव्हाण के इस तरह का कदम उठाने की संभावना को लेकर चर्चा चल रही थी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस से कोई और अशोक चव्हाण के रास्ते पर जाएगा। इस दौरान पृथ्वीराज चव्हाण के साथ बालासाहेब थोराट और नसीम खान भी थे।

ये मां को छोड़ने जैसा है: राउत

अशोक चव्हाण के इस्तीफे पर महाविकास आघाड़ी (MVA) नेता भी सकते हैं। गठबंधन में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने अशोक चव्हाण के इस्तीफे की तुलना एक बेटे का अपनी मां को छोड़ने से की है। राउत ने कहा कि अगर 1975 से 1977 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे कद्दावर नेता शंकरराव चव्हाण का बेटा कांग्रेस छोड़ता है, तो यह एक बेटे का अपनी मां को छोड़ने जैसा है। चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच, राउत ने कहा कि भाजपा ने आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले में नांदेड़ के कद्दावर नेता को दोषी ठहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। राउत ने कहा कि हमें अशोकराव पर भरोसा है। कल तक वह हमारे साथ थे। सीट बंटवारे की बैठक के दौरान मराठवाड़ा में कुछ सीटों के बारे में उनकी राय बहुत दृढ़ थी, जिससे पता चलता है कि वह अब भी हमारे साथ हैं। मुझे उम्मीद है।

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