सारांश : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत में ईवीएम की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं, इसे 'ब्लैक बॉक्स' करार दिया है। इससे पहले, एलन मस्क ने भी ईवीएम के हैकिंग जोखिम की बात कही थी।

EVM की पारदर्शिता पर उठे सवाल: Elon Musk और Rahul Gandhi की चिंता

भारत में ईवीएम की पारदर्शिता पर विवाद

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए इसे 'ब्लैक बॉक्स' करार दिया है, जिसकी जांच किसी को करने की अनुमति नहीं है। राहुल गांधी का यह बयान एलन मस्क के एक पोस्ट के बाद आया है, जिसमें मस्क ने अमेरिकी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सलाह दी थी।


लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे और ईवीएम पर विवाद

4 जून को घोषित लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए को 293 सीटें मिलीं, जबकि इंडिया गठबंधन ने 232 सीटों पर कब्जा किया। हर चुनाव के बाद ईवीएम हैकिंग का मामला जरूर उठता है, लेकिन इस बार नतीजे घोषित होने के बाद किसी ने भी ईवीएम का मुद्दा नहीं उठाया था। हालांकि, राहुल गांधी के ताजा बयान के बाद यह मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है।


चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की चिंता

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "भारत में ईवीएम एक 'ब्लैक बॉक्स' है और किसी को भी उसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।"


मुंबई की घटना का जिक्र

राहुल गांधी ने एलन मस्क के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए मुंबई की एक घटना का जिक्र किया। इस घटना में मुंबई पुलिस ने उत्तर-पश्चिम मुंबई से सांसद रवींद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पर चुनाव सेंटर में मोबाइल का इस्तेमाल करने का आरोप है, जिससे ईवीएम मशीन को अनलॉक करने वाला ओटीपी जनरेट किया गया था। पुलिस ने मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।


एलन मस्क की ईवीएम पर रोक की सलाह

टेस्ला, एक्स, और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सलाह दी है। मस्क ने लिखा, "हमें ईवीएम मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। ईवीएम को इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम है, हालांकि यह कम है, लेकिन फिर भी यह बहुत अधिक है।"


निष्कर्ष

भारत में ईवीएम की पारदर्शिता को लेकर विवाद फिर से गरमा गया है। राहुल गांधी और एलन मस्क दोनों ने ईवीएम के हैकिंग जोखिम और पारदर्शिता की कमी पर चिंता जताई है। यह विवाद चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता और लोकतंत्र की सच्चाई पर महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े करता है।

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