सारांश: टाइम पत्रिका ने हाल ही में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की, जिसमें अनिल कपूर, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, और गूगल सीईओ सुंदर पिचाई जैसे भारतीयों को जगह मिली है। अनिल कपूर को उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के खिलाफ लड़ाई में जीते केस और सोशल मीडिया सुरक्षा पर उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
भारतीय हस्तियों का बढ़ता प्रभाव
पूरी दुनिया में भारतीयों का कद लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसका एक और प्रमाण टाइम पत्रिका की हालिया घोषणा है। दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में भारत के कई बड़े नामों ने अपनी जगह बनाई है। इस सूची में शामिल भारतीय हस्तियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
अनिल कपूर का एआई के खिलाफ संघर्ष
बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता अनिल कपूर को टाइम पत्रिका की इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कानूनी लड़ाई लड़ी और उसमें सफलता हासिल की। अनिल कपूर ने एआई के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी, जहां उनकी पर्सनालिटी राइट्स का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में केस दर्ज किया था।
कोर्ट का फैसला और इसका प्रभाव
कोर्ट ने अनिल कपूर के पक्ष में फैसला सुनाते हुए एआई कंपनियों को बिना अनुमति उनके नाम, फोटो या आवाज का इस्तेमाल करने से रोक दिया। इस फैसले ने न केवल भारतीय सिनेमा जगत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एआई के उपयोग को लेकर एक नई दिशा दी है। अनिल कपूर की इस पहल ने उन्हें एक नए रोल मॉडल के रूप में स्थापित किया है, और यह एक मुख्य कारण है कि टाइम पत्रिका ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है।
भारतीय राजनीति और टेक्नोलॉजी में दबदबा
अनिल कपूर के अलावा, इस सूची में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम भी शामिल किया गया है। अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रेल और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे देश को वैश्विक मंच पर और अधिक मजबूती से पेश किया गया है। उनके कार्यों का प्रभाव न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा रहा है।
सुंदर पिचाई और तकनीकी नवाचार
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी इस सूची में शामिल हैं। पिचाई ने एआई को और अधिक सुरक्षित और उपयोगी बनाने के लिए हाल ही में एआई ओवरव्यू नामक एक नया फीचर लॉन्च किया है। यह फीचर यूजर्स को इंटरनेट पर कंटेंट फिल्टर करने और उनके सवालों के जवाब देने में मदद करता है।
नंदन नीलेकणि और उनका योगदान
इन्फोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि भी टाइम पत्रिका की सूची में जगह बनाने वाले एक अन्य भारतीय हैं। उनके नेतृत्व में इन्फोसिस ने तकनीकी क्षेत्र में कई नवाचार किए हैं, जिनका असर वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा है। नीलेकणि के नेतृत्व में इन्फोसिस ने डिजिटल इंडिया को एक नई दिशा दी है, और इसके साथ ही उन्होंने भारतीय आईटी क्षेत्र को मजबूत किया है।
भारतीयों की वैश्विक पहचान
टाइम पत्रिका की यह सूची इस बात का प्रमाण है कि भारतीयों का प्रभाव हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। चाहे वह मनोरंजन हो, राजनीति हो, या तकनीकी क्षेत्र, भारतीय हस्तियों ने हर जगह अपनी पहचान बनाई है। इन हस्तियों की उपलब्धियों ने न केवल भारत का नाम रोशन किया है, बल्कि उन्होंने दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल कायम की है।
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