सारांश : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले, एलन मस्क ने वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि ये चुनावों में धांधली कर सकती हैं। मस्क ने सुझाव दिया कि सिर्फ कागज के मतपत्रों का ही इस्तेमाल होना चाहिए, जिन्हें हाथ से गिना जा सके। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते हुए वोटिंग मशीन कंपनी डोमिनियन पर भी सवाल खड़े किए, जिसने पहले भी चुनाव धांधली के आरोपों का सामना किया था। मस्क की टिप्पणियों के बाद डोमिनियन ने अपनी सफाई दी और कहा कि उनकी मशीनें सटीक और भरोसेमंद हैं।

Elon Musk ने उठाए  Voting machine की विश्वसनीयता पर सवाल, कहा- Ballot Paper से ही हो Voting


अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं और इस बीच देश में चुनावी माहौल पूरी तरह गरमा गया है। इस बार मुकाबला डेमोक्रेट्स की कमला हैरिस और रिपब्लिकन के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है। दोनों दलों के समर्थकों में जोश और उत्साह देखते ही बन रहा है। इसी बीच टेस्ला और एक्स (पूर्व ट्विटर) के मालिक एलन मस्क ने चुनाव प्रक्रिया और खासतौर से वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। मस्क ने पेंसिल्वेनिया में एक सभा के दौरान वोटिंग मशीनों पर भरोसा न करने की बात कही और दावा किया कि चुनावों में धांधली की संभावना इन मशीनों के जरिए बढ़ जाती है।


वोटिंग मशीनों पर मस्क का बयान

एलन मस्क, जो कि तकनीक की दुनिया में एक बड़ा नाम हैं, ने डोमिनियन वोटिंग मशीनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन मशीनों का इस्तेमाल उन इलाकों में किया गया, जहां रिपब्लिकन पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने फिलाडेल्फिया और एरिजोना का उदाहरण देते हुए कहा, "यह अजीब बात है कि डोमिनियन की वोटिंग मशीनें कुछ ही जगहों पर इस्तेमाल की जाती हैं, जैसे फिलाडेल्फिया और मारिकोपा काउंटी। क्या यह महज संयोग है?" मस्क ने इसके साथ ही पूरे देश से सिर्फ कागज के मतपत्रों का इस्तेमाल करने और हाथ से गिनती करने की अपील की।


कंप्यूटर पर भरोसे को लेकर मस्क की चिंता

मस्क ने अपने बयान में यह भी कहा कि एक तकनीकी विशेषज्ञ होने के नाते वह कंप्यूटर प्रोग्राम्स के बारे में काफी कुछ जानते हैं। उन्होंने कहा, "मैं एक टेक्नोलॉजिस्ट हूं। मुझे कंप्यूटर बहुत पसंद हैं, लेकिन मैं कभी भी आखिरी फैसला कंप्यूटर प्रोग्राम पर भरोसा करके नहीं करूंगा, क्योंकि इन्हें हैक करना बहुत आसान है।" उनके इस बयान से यह साफ हो गया कि वह डिजिटल वोटिंग प्रक्रिया को सुरक्षित नहीं मानते और कागज के मतपत्रों की तरफ लौटने की वकालत करते हैं।


डोमिनियन वोटिंग मशीन कंपनी पर सवाल

मस्क ने डोमिनियन वोटिंग मशीन कंपनी का नाम लेकर उस पर भी सवाल उठाए। गौरतलब है कि डोमिनियन कंपनी पहले भी विवादों में रह चुकी है। इस कंपनी पर आरोप लगे थे कि उसने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में धांधली की थी। इस मामले में डोमिनियन ने एक न्यूज चैनल पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच 78.7 करोड़ डॉलर के समझौते पर सहमति बनी थी। मस्क के इस बयान के बाद डोमिनियन के प्रवक्ता ने कहा कि फिलाडेल्फिया काउंटी में उनकी सेवाएं नहीं हैं और उनकी मशीनें सटीक परिणाम देती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मतदान प्रणाली मतदाता द्वारा सत्यापित कागजी मतपत्रों पर आधारित है और इसे कई बार ऑडिट और गिनती के जरिए सत्यापित किया गया है।


कागज के मतपत्रों की मांग

मस्क ने सभा के दौरान देशभर में सिर्फ कागज के मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग की। उनका कहना है कि कागज के मतपत्रों की गिनती हाथ से करने पर धोखाधड़ी की संभावनाएं कम हो जाएंगी। यह बात उन्होंने उन आरोपों के संदर्भ में कही, जिसमें डोमिनियन वोटिंग मशीनों पर चुनावी धांधली के आरोप लगाए गए थे। मस्क के अनुसार, अगर सिर्फ कागज के मतपत्रों का इस्तेमाल हो और इन्हें हाथ से गिना जाए, तो नतीजों में पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित हो सकेगी।


डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में मस्क

एलन मस्क ने न सिर्फ वोटिंग मशीनों की आलोचना की, बल्कि उन्होंने खुलकर डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन भी किया। मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में 7.5 करोड़ डॉलर का दान दिया है। यह दान मस्क को 2024 चुनावी चक्र के सबसे बड़े खर्च करने वालों में से एक बनाता है। मस्क का ट्रंप के लिए यह समर्थन दर्शाता है कि वह चाहते हैं कि ट्रंप व्हाइट हाउस में दोबारा लौटें और इसके लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं।


डोमिनियन की प्रतिक्रिया

मस्क के बयान के बाद डोमिनियन कंपनी ने एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी मशीनें फिलाडेल्फिया काउंटी में इस्तेमाल नहीं होती हैं। डोमिनियन ने कहा कि उनकी मतदान प्रणाली पहले से ही मतदाता द्वारा सत्यापित कागजी मतपत्रों पर आधारित है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके सिस्टम पर बार-बार हुए ऑडिट्स और गिनती ने साबित किया है कि उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली मशीनें सटीक और विश्वसनीय हैं। यह महज राय का मामला नहीं है, बल्कि यह तथ्य पर आधारित सत्यापन योग्य जानकारी है।


चुनावों की अखंडता पर जोर

डोमिनियन ने एक बार फिर मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव संबंधी जानकारी के लिए सत्यापित और विश्वसनीय स्रोतों पर ही भरोसा करें। उन्होंने कहा कि उनकी मशीनों और प्रक्रिया के पीछे मजबूत सुरक्षा उपाय हैं, जो चुनावों की अखंडता की रक्षा करते हैं। कंपनी ने यह भी कहा कि कागजी मतपत्रों का इस्तेमाल और उनकी गिनती इस बात को सुनिश्चित करती है कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हों।

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