सारांश : पाकिस्तान के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुए भीषण विस्फोट में 24 लोगों की जान चली गई और 46 से अधिक घायल हो गए। धमाके के समय प्लेटफॉर्म पर भीड़ थी, और पेशावर जाने वाली ट्रेन रवाना होने वाली थी। इस घटना की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं, और घायलों का उपचार किया जा रहा है।
हमले की जिम्मेदारी और बढ़ते आतंकवादी हमले
इस विस्फोट की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। बलूचिस्तान के कई इलाकों में अलगाववादी गतिविधियां और आतंकवादी हमले बढ़ते जा रहे हैं, जिनमें निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में आतंकवादी हमलों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता का माहौल है।
धमाके के दौरान की स्थिति
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) मुहम्मद बलूच ने बताया कि धमाका उस समय हुआ जब प्लेटफॉर्म पर पेशावर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन यात्रियों को लेकर रवाना होने वाली थी। प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्री धमाके के प्रभाव से हताहत हुए। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस और बचावकर्मियों ने स्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
अस्पताल में आपातकाल लागू
क्वेटा के सिविल अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त डॉक्टरों और सहायक कर्मियों को बुला लिया गया है ताकि गंभीर रूप से घायलों का समय पर इलाज किया जा सके। अधिकारियों के अनुसार, कुछ घायलों की हालत इतनी गंभीर है कि मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है।
उच्चस्तरीय निंदा और जांच के आदेश
पाकिस्तान के राष्ट्रपति सैयद यूसुफ रजा गिलानी ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और निर्दोष लोगों को इस तरह निशाना बनाना दुखद है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने भी घटना पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रांत से आतंकवाद का खात्मा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियां और सरकार का संकल्प
बलूचिस्तान में आतंकवादी हमलों और अलगाववादी आंदोलनों में तेजी आने से पाकिस्तान सरकार पर सुरक्षा को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है। बलूच लिबरेशन आर्मी जैसे संगठनों की गतिविधियां पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही हैं। सरकार ने आतंकवाद पर काबू पाने और प्रांत में शांति स्थापित करने का संकल्प दोहराया है।
एक टिप्पणी भेजें