सारांश: BCCI ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले खिलाड़ियों की फैमिली पर नए नियम लागू करने का फैसला किया है। अब 45 दिन के विदेश दौरे में खिलाड़ी अपनी फैमिली के साथ सिर्फ 14 दिन ही बिता पाएंगे। यह कदम टीम इंडिया के प्रदर्शन को सुधारने और ध्यान केंद्रित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके साथ ही गौतम गंभीर के मैनेजर पर भी सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद BCCI ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। शनिवार को मुंबई में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में खिलाड़ियों के लिए नए दिशा-निर्देश तैयार किए गए, जिनका उद्देश्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन सुधारना और उन्हें अधिक अनुशासित बनाना है।
पारिवारिक समय पर नई पाबंदी
बीसीसीआई ने विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों की फैमिली के साथ रहने के नियमों में बदलाव किया है। अब 45 दिन के विदेशी दौरे के दौरान खिलाड़ी अपनी पत्नियों और परिवार के साथ केवल 14 दिन ही बिता पाएंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई ने 2019 से पहले लागू नियमों को दोबारा लागू करने का निर्णय लिया है। बोर्ड का मानना है कि लंबे समय तक परिवार के साथ रहने से खिलाड़ियों का ध्यान भटकता है और उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
बैठक में लिए गए अहम फैसले
शनिवार को मुंबई में आयोजित बैठक में हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और कप्तान रोहित शर्मा शामिल हुए। बैठक में खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के लिए कई नए नियम तय किए गए। इनमें सबसे अहम नियम यह है कि खिलाड़ी अब विदेशी दौरों के दौरान अपनी पत्नियों और परिवार के साथ पूरे समय नहीं रह सकेंगे।
इसके अलावा, कोचिंग स्टाफ के सदस्यों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। गौतम गंभीर के मैनेजर गौरव अरोड़ा पर भी कार्रवाई की योजना बनाई गई है। अरोड़ा अक्सर गंभीर के साथ मौजूद रहते हैं, लेकिन अब उन्हें न तो होटल में ठहरने की अनुमति होगी और न ही वीआईपी बॉक्स में बैठने की।
BCCI की नई रणनीति
BCCI ने यह कदम टीम इंडिया के प्रदर्शन को सुधारने के उद्देश्य से उठाया है। बोर्ड का मानना है कि खिलाड़ियों को अपने खेल पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, खासकर महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जैसे चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान। बीसीसीआई का यह भी मानना है कि फैमिली के साथ रहने से खिलाड़ियों का ध्यान खेल से हटता है, जो उनके प्रदर्शन में गिरावट का कारण बन सकता है।
सामान पर भी सख्त नियम
बैठक में खिलाड़ियों के सामान से जुड़े नियमों पर भी चर्चा हुई। अब किसी भी खिलाड़ी का फ्लाइट में 150 किलो से ज्यादा सामान होने पर उसका अतिरिक्त खर्च बीसीसीआई वहन नहीं करेगा। यह नियम खिलाड़ियों को अधिक अनुशासित और जिम्मेदार बनाने की दिशा में एक और कदम है।
गंभीर के मैनेजर पर कार्रवाई की तैयारी
गौतम गंभीर के मैनेजर गौरव अरोड़ा पर भी BCCI सख्त हो गया है। बोर्ड ने फैसला लिया है कि मैनेजर को न तो होटल में ठहरने की अनुमति होगी और न ही मैच के दौरान वीआईपी बॉक्स में बैठने की। BCCI का मानना है कि कोचिंग स्टाफ को खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि अतिरिक्त सदस्यों के साथ समय बिताना।
2019 के नियमों की वापसी
2019 से पहले, खिलाड़ियों की फैमिली को विदेशी दौरों पर सीमित समय के लिए साथ रहने की अनुमति दी जाती थी। बीसीसीआई ने अब उसी नियम को दोबारा लागू करने का फैसला किया है। यह कदम खिलाड़ियों को अधिक पेशेवर और केंद्रित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
भविष्य की तैयारी
चैंपियंस ट्रॉफी और अन्य बड़े टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए, बीसीसीआई ने खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के लिए सख्त दिशा-निर्देश तैयार किए हैं। बोर्ड का लक्ष्य है कि टीम इंडिया आगामी टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करे और हार की आलोचना से बच सके।
खिलाड़ियों की जिम्मेदारी बढ़ी
नए नियमों के तहत खिलाड़ियों को अधिक अनुशासित और जिम्मेदार बनने की जरूरत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI के इन सख्त कदमों का टीम इंडिया के प्रदर्शन पर क्या असर पड़ता है।
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