सारांश : अमेरिकी मंदी की आशंका और वैश्विक बाजारों में गिरावट के चलते भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 400 से अधिक अंक लुढ़क गया और निफ्टी 22,400 के नीचे चला गया। शुरुआती कारोबार में आईटी, मीडिया और प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई। अमेरिकी बाजारों में तेज गिरावट के कारण एशियाई बाजारों पर भी असर पड़ा, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई।


अमेरिकी मंदी की आशंका से भारतीय Stock Market में हाहाकार, Sensex 400 अंक लुढ़का, Nifty 22,400 के नीचे फिसला


भारतीय शेयर बाजार में मंदी का प्रभाव

अमेरिका में संभावित मंदी और वैश्विक अनिश्चितता के चलते 11 मार्च को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी बाजारों में तेज बिकवाली और एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट का सीधा असर भारतीय बाजारों पर पड़ा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।


शुरुआती कारोबार में बड़ी गिरावट


भारतीय बाजार में प्री-ओपनिंग सेशन से ही गिरावट का रुख बना हुआ था। सेंसेक्स 350 अंक की कमजोरी के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में यह गिरावट और तेज हो गई। सुबह 9:16 बजे सेंसेक्स 422 अंक गिरकर 73,692.85 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 142 अंकों की गिरावट के साथ 22,317.65 पर कारोबार कर रहा था।


सेक्टोरल इंडेक्स पर गिरावट का असर


शेयर बाजार में आईटी, मीडिया और प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। टॉप लूजर्स में इंडसइंड बैंक, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, टीसीएस, पावरग्रिड और बजाज फाइनेंस शामिल हैं। हालांकि, ऑयल एंड गैस और रियल एस्टेट सेक्टर में कुछ मजबूती देखने को मिली।


टॉप गेनर्स में ये शेयर शामिल रहे:


आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, सन फार्मा, आईटीसी, अदाणी पोर्ट्स और टाइटन जैसी कंपनियों ने हल्की मजबूती दर्ज की।


मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट


निफ्टी बैंक 349.75 अंकों की गिरावट के साथ 47,867.05 पर कारोबार कर रहा था। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखी गई।


निफ्टी मिडकैप 100: 567.80 अंक या 1.17% की गिरावट

निफ्टी स्मॉलकैप 100: 252.05 अंक या 1.66% की गिरावट


अमेरिकी मंदी की आशंका से बाजार में घबराहट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मंदी को लेकर की गई टिप्पणी के बाद अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को डाउ जोंस 890 अंक लुढ़क गया, एसएंडपी 500 में 2.7% की गिरावट आई, और नेस्डेक 4% गिर गया। नेस्डेक के लिए यह 2022 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट थी।


ग्लोबल मार्केट में भी गिरावट का दौर

अमेरिका के अलावा एशियाई बाजारों में भी कमजोरी देखी गई। जापान, हांगकांग, चीन और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट आई। जापान के ट्रेड मिनिस्टर योजी मोटो ने बताया कि अमेरिका की ओर से नए टैरिफ को लेकर जापान को छूट नहीं मिलने के कारण जापानी बाजार पर दबाव बना हुआ है।


निष्कर्ष

अमेरिकी मंदी की आशंका और वैश्विक बाजारों में गिरावट से भारतीय शेयर बाजार दबाव में आ गया है। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आने वाले दिनों में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।

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