सारांश : बाजार में निचले स्तरों पर खरीदारी और एशियाई बाजारों में सकारात्मक संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती दिखाई। सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई, जबकि रुपया भी डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ।
शेयर बाजार में तेजी जारीबुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। वैश्विक संकेतों और निवेशकों की खरीदारी से सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 564.80 अंकों की छलांग लगाकर 73,554.73 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 176.65 अंकों की तेजी के साथ 22,259.30 पर पहुंच गया।
शुरुआती कारोबार में तेजीघरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। सेंसेक्स 333.19 अंक चढ़कर 73,323.12 पर और निफ्टी 92.85 अंक बढ़कर 22,175.50 पर पहुंच गया। हालांकि, शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया हल्की गिरावट के साथ 87.20 पर देखा गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,405.82 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की, जिससे बाजार पर कुछ दबाव रहा।
एशियाई बाजारों से मिल रहा समर्थनभारतीय बाजारों में तेजी का मुख्य कारण एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुझान है। निवेशकों ने निचले स्तरों पर खरीदारी का लाभ उठाया, जिससे बाजार में मजबूती बनी रही। वैश्विक बाजारों में सुधार और आर्थिक संकेतकों में मजबूती ने सेंसेक्स और निफ्टी को सपोर्ट दिया।
इन कंपनियों को हुआ फायदाबुधवार के कारोबार में टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, इंफोसिस, टीसीएस और भारती एयरटेल जैसी कंपनियों के शेयरों में मजबूती देखी गई।
किन कंपनियों को हुआ नुकसान?बाजार में जहां कुछ कंपनियों के शेयरों ने बढ़त बनाई, वहीं कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी दर्ज की गई। बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में लाल निशान देखने को मिला।
रुपया हुआ मजबूतडॉलर में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया नौ पैसे मजबूत होकर 87.10 पर पहुंच गया। रुपये की मजबूती का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर का कमजोर होना और भारत में विदेशी निवेशकों की खरीदारी मानी जा रही है।
बाजार में आगे क्या रहेगा रुख?बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक बाजारों में स्थिरता बनी रहती है और विदेशी निवेशकों की खरीदारी जारी रहती है, तो भारतीय शेयर बाजार में आगे भी तेजी देखी जा सकती है। हालांकि, डॉलर और तेल की कीमतों में बदलाव, अमेरिकी आर्थिक नीतियां और वैश्विक बाजारों की दिशा बाजार पर असर डाल सकते हैं।
निष्कर्षट्रंप प्रशासन के नए टैरिफ संबंधी फैसलों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार मजबूती बनाए हुए है। एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेत और निचले स्तरों पर खरीदारी के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखी गई। वहीं, रुपये ने भी डॉलर के मुकाबले मजबूती दर्ज की, जिससे निवेशकों को राहत मिली।
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