सारांश : महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के औरंगजेब पर दिए बयान से जबरदस्त हंगामा मच गया। शिवसेना और बीजेपी के विधायकों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की और 'जय भवानी-जय शिवाजी' के नारे लगाए। बयान के खिलाफ शिवसेना प्रवक्ता किरण पावसकर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग उठाई जा रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा में गूंजे जय भवानी-जय शिवाजी के नारे
महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आजमी के एक बयान को लेकर विधानसभा में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। आजमी ने अपने बयान में मुगल शासक औरंगजेब को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद बीजेपी और शिवसेना के विधायकों ने कड़ा विरोध जताया।
बीजेपी और शिवसेना के सदस्यों ने सदन में 'जय भवानी-जय शिवाजी' के नारे लगाए और अबू आजमी पर कार्रवाई की मांग की। इस हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। शिवसेना नेता गुलाब रघुनाथ पाटिल ने आजमी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और उन पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
अबू आजमी का विवादित बयान
अबू आजमी ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि प्राचीन समय में राजा सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ते थे, न कि किसी धर्म विशेष के लिए। उन्होंने औरंगजेब का बचाव करते हुए कहा कि उसने न सिर्फ मंदिरों को तोड़ा बल्कि मस्जिदों को भी गिराया। इसलिए उनके शासन को हिंदू-मुस्लिम विवाद से जोड़ना सही नहीं है।
आजमी ने यह भी कहा कि अगर औरंगजेब हिंदुओं के खिलाफ होता, तो 34% हिंदू उनके साथ नहीं होते और उनके सलाहकार भी हिंदू न होते। उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब ने 52 साल तक शासन किया, लेकिन जबरन धर्म परिवर्तन नहीं कराया। उन्होंने कहा कि इतिहास को राजनीतिक एजेंडे के चश्मे से नहीं बल्कि सत्य के आधार पर देखना चाहिए।
विधानसभा के बाहर भी विरोध प्रदर्शन
अबू आजमी के बयान के खिलाफ न केवल विधानसभा के अंदर बल्कि बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुआ। बीजेपी और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उनके बयान को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत का अपमान बताया।
शिवसेना प्रवक्ता किरण पावसकर ने अबू आजमी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मांग की है कि अबू आजमी पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि शिवसेना इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएगी और ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग
शिवसेना प्रवक्ता किरण पावसकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अबू आजमी का बयान न केवल गलत है बल्कि यह महाराष्ट्र के गौरवशाली इतिहास का अपमान भी है। उन्होंने मांग की कि आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जल्द शुरू होगी और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
अबू आजमी के बयान को लेकर राजनीतिक दलों में बयानबाजी तेज हो गई है। शिवसेना और बीजेपी ने इसे मराठा गौरव के खिलाफ बताया है, जबकि समाजवादी पार्टी ने इसे इतिहास का सही पक्ष रखने का प्रयास कहा है।
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति महाराष्ट्र के महान योद्धाओं का अपमान करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
निष्कर्ष
अबू आजमी के बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। एक तरफ शिवसेना और बीजेपी इस मुद्दे को मराठा गौरव से जोड़कर देख रही हैं, वहीं आजमी इसे ऐतिहासिक तथ्यों का सही रूप में प्रस्तुतिकरण बता रहे हैं। अब देखना होगा कि इस विवाद का राजनीतिक भविष्य क्या होगा और क्या अबू आजमी के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं।
एक टिप्पणी भेजें