कहते हैं कि भाई-बहन के होने से जिंदगी की कई चुनौतियां आसान हो जाती है। एक्सपर्ट्स और शोधकर्ता भी इस बात को मानते हैं कि भाई या बहन यानी सिबलिंग के होने से कई फायदे मिलते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि सिबलिंग होने के क्या-क्या फायदे होते हैं।
| Rakhi 2023 : भाई या बहन होने से आसान हो जाती है जिंदगी, कभी डिप्रेशन तो कभी मिलती है सक्सेस |
भाई-बहन एक-दूसरे से कितना ही लड़ते हों और एक-दूसरे को कितना ही चिढ़ाते हों लेकिन इनका रिश्ता इस दुनिया में सबसे अनोखा और प्यारा होता है। ये ना सिर्फ सिबलिंग होते हैं बल्कि एक-दूसरे के लिए दोस्त का काम भी करते हैं और वो भी ऐसे दोस्त जो आपको बिना जज किए आपकी मदद करते हैं और आपको किसी और से बेहतर समझते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि सिबलिंग होने के क्या फायदे होते हैं।
बेहतर इंसान बनते हैं
सहानुभूति, शेयरिंग और रिश्ते निभाने के स्किल्स सिबलिंग के साथ रह कर ही आते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिबलिंग होने से खासतौर पर लड़कों में सहानुभूति और स्वार्थी ना होने की भावना विकसित होती है। सिबलिंग हमें एक बेहतर इंसान बनने में भी मदद करते हैं और अगर आपके भी सिबलिंग हैं, तो आप भी इस बात से वाकिफ होंगे।
सहानुभूति की भावना पैदा होती है
hsc.unm.edu के अनुसार भाई-बहनों के बीच अच्छा रिश्ता होने से बच्चें में सहानुभूति की भावना पैदा होती है और वे पढ़ाई में भी उपलब्धियां हासिल करते हैं। सिबलिंग हमारे लिए सपोर्ट का सबसे अच्छा स्रोत बनते हैं। वहीं भाई या बहन के साथ टॉक्सिक रिलेशन होने पर चीजें उतनी ही खराब भी हो जाती हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा शेयरिंग को समझें और दूसरों की तकलीफ को समझने की क्षमता रखे, तो इस काम में उसका सिबलिंग उसकी मदद कर सकता है।
भावनाओं को शेयर करना सीखते हैं
आमतौर पर हमारे भाई या बहन हमारी ही उम्र के होते हैं या उम्र के बीच ज्यादा फासला नहीं होता है। भाई या बहन होने पर हम उनसे खुलकर बात कर पाते हैं। इनके साथ हम वो बातें भी कर सकते हैं, जो हम अपने पैरेंट्स से नहीं कर पाते हैं। इनके साथ हम अपने इमोशंस और फीलिंग्स को बेहतर तरीके से व्यक्त कर पाते हैं। इसके अलावा सिबलिंग को देखकर बच्चे ज्यादा जल्दी सीखते हैं। पढ़ाई में अच्छे नंबर लाना हो या खाना समय पर खत्म करना हो, अपने सिबलिंग को देखकर बच्चे ये सब जल्दी सीख लेते हैं।
जिम्मेदार बनते हैं
बड़े भाई या बहन पर अपने छोटे सिबलिंग की जिम्मेदारी होती है जिससे कम उम्र में ही वो जिम्मेदार बन जाते हैं और उन्हें दूसरों की देखभाल करना आ जाता है। बच्चे अपने सिबलिंग की गलतियों और उपलब्धियों से भी सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं। इसके अलाव ये हर मुश्किल में एक-दूसरे का साथ देना भी नहीं भूलते हैं। बच्चों के लिए उनके सिबलिंग से बेहतर और कोई सपोर्ट नहीं हो सकता है।
डिप्रेशन कम रहता है
जिन बच्चों के सिबलिंग होते हैं, वो अपनी परेशानियों को अपने भाई या बहन के साथ शेयर करते हैं और अपने मन के अंदर कोई बात दबाकर नहीं रखते हैं जिससे इनके डिप्रेशन में आने का खतरा कम ही रहता है।
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