पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के राजनीति के मैदान से संन्यास लेने के ऐलान के बाद अब भाजपा के दूसरे सांसद जयंत सिन्हा ने भी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. हजारीबाग से बीजेपी के सांसद जयंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है. वे उन्हें प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि वह भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकें. बेशक वह आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखेंगे.
उन्होंने लिखा, “मुझे पिछले दस वर्षों से भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला है. इसके अलावा, मुझे प्रधानमंत्री द्वारा प्रदान किए गए कई अवसरों का भी आशीर्वाद मिला है. भाजपा नेतृत्व और उन सभी के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं.”
पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में रह चुके हैं मंत्री
पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा के जयंत सिन्हा बेटे हैं. जयंत सिन्हा ने 2014 में पहली बार लोकसभा से सांसद बने थे. पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था. जयंत सिन्हा साल 2016 से लेकर 2019 तक उड्डयन राज्य मंत्री रहे थे.
इसके अतिरिक्त साल 2014 से साल 2016 के बीच वह वित्त राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. जयंत सिन्हा को साल 2019 में फिर हजारीबाग सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की, लेकिन पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था.
गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास लेने का किया है ऐलान
इससे पहले दिन में भाजपा के पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी कहा था कि उन्होंने पार्टी से उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने के लिए कहा है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेंय
ये घोषणाएं तब हुईं जब कहा जा रहा है कि बीजेपी कई नए नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है. सूत्रों का कहना है कि कुछ अन्य मौजूदा सांसदों ने भी पार्टी से कहा है कि वे अन्य संगठनात्मक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे.
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