सारांश: राजस्थान में, नागौर जिले सहित 1300 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया, जब भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के पक्ष में प्रचार के आरोप में कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं को निलंबित किया गया।
राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, जब नागौर जिले के कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। कांग्रेस ने नागौर लोकसभा सीट पर आरएलपी के साथ गठबंधन किया और इसे खाली छोड़ दिया है, जिससे वहां बीजेपी की मदद मिल सके। कुचेरा नगरपालिका के चेयरमैन तेजपाल मिर्धा ने इसे पुष्टि की। इस घटना के बाद, कई अन्य कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ी है। इसे लेकर कांग्रेस के अंदर आक्रोश है और इसे चुनावी परिणामों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और उन्होंने अपनी पद से इस्तीफा दे दिया। वे मानते हैं कि यह निर्णय गलत है और उनके खिलाफ दोषारोपण किया गया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता तेजपाल मिर्धा ने कहा, हमें निकाल दिया गया है बिना किसी सूचना के या कारण बताए। इससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गहरा सदमा लगा है।
कांग्रेस कार्यकर्ता वरुण पुरोहित ने इसे फर्जी और बीजेपी का प्रचार बताया। उन्होंने कहा, "भीड़ में मौजूद लोग हमेशा कांग्रेस के सदस्य नहीं होते।
कांग्रेस के इन घटनाओं के बाद, पार्टी को चुनाव में मजबूती के लिए चुनौती है, जिससे उसके चुनावी प्रभाव पर सवाल उठ सकते हैं।
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