सारांश: चुनावी प्रक्रिया में EVM और बैलेट पेपर के उपयोग पर बहस चल रही है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मुद्दे पर सुनवाई का निर्णय आगे की दिशा को सार्थक बना सकता है।
संक्षेप:
सुप्रीम कोर्ट ने EVM के उपयोग पर सुनवाई के दौरान बैलट पेपर के प्रयोग पर भी ध्यान दिया। यह एक महत्वपूर्ण विचार है, क्योंकि EVM के अलावा भी नुकसान हो सकता है। यहां हम इस संबंध में सुनवाई के प्रमुख बिंदुओं को संवीक्षा करते हैं।
प्रस्तावना:
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान, जस्टिस संजीव खन्ना ने EVM को हटाने की याचिका पर ध्यान दिया। प्रशांत भूषण ने बैलेट पेपर की वापसी का आग्रह किया और VVPAT के मिलान की मांग की।
नई दिशा:
जस्टिस संजीव खन्ना ने बताया कि हमें यह देखना होगा कि EVM सही तरीके से काम कर रही हैं या नहीं, और इसके लिए हमें डेटा की आवश्यकता है। वहां आगामी सुनवाई 18 अप्रैल को होगी।
परिणाम:
सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित सुनवाई के दौरान, बैलेट पेपर और EVM दोनों के प्रयोग पर ध्यान दिया गया। यह एक महत्वपूर्ण चर्चा है जो चुनावी प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
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