सारांश : नेपाल के तनहुं जिले में पोखरा से काठमांडू जा रही एक भारतीय बस नदी में गिर गई, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
नेपाल के तनहुं जिले में सोमवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब पोखरा से काठमांडू जा रही एक भारतीय बस अचानक मार्स्यांगदी नदी में गिर गई। इस हादसे में 14 यात्रियों की मौत हो गई और 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए।
यह बस, जिसका नंबर यूपी एफटी 7623 था, भारतीय यात्रियों को लेकर पोखरा के मझेरी रिजॉर्ट से काठमांडू की ओर जा रही थी। जिला पुलिस कार्यालय तनहुं के डीएसपी दीपकुमार राय ने बताया कि बस अचानक नदी में गिर गई और किनारे पर फंसी हुई मिली। इस बस में सवार सभी यात्री भारतीय नागरिक थे, जो अपने छुट्टियों का आनंद लेने नेपाल गए थे।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय बचाव दल ने त्वरित कार्रवाई की और नदी से 14 शवों को बाहर निकाला, जबकि 16 घायल यात्रियों को सुरक्षित निकालकर उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। अस्पताल में भर्ती घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, और डॉक्टरों का कहना है कि सभी घायलों का इलाज चल रहा है।
इस हादसे के बाद स्थानीय समुदाय और यात्रियों के बीच चिंता और शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुखद घटना ने नेपाल और भारत दोनों देशों के नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन ने दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि ऐसे हादसों को भविष्य में टाला जा सके।
घटना की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बस चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया था, जिससे बस सीधे नदी में जा गिरी। हालांकि, बस के नदी में गिरने के सटीक कारणों की जांच की जा रही है। स्थानीय सूत्रों का मानना है कि खराब मौसम और तेज रफ्तार इस हादसे का मुख्य कारण हो सकते हैं।
प्रशासन ने इस घटना के बाद से क्षेत्र में यातायात नियमों के सख्त पालन के निर्देश दिए हैं। इस हादसे ने नेपाल की सड़कों की स्थिति और यातायात सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए नियम लागू करने का संकल्प लिया है।
इस हादसे से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन ने कहा है कि वह उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगा। प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की गई है, और सरकार ने कहा है कि वह इस घटना की पूरी जांच करेगी ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
इस घटना के बाद, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है और यातायात के नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। सरकार ने भी इस हादसे को गंभीरता से लिया है और क्षेत्र में यातायात सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
इस हादसे ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए और क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं। प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों और यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहे।
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