सारांश: रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिवाली से पहले शेयरधारकों से बड़ी राहत मिली है। कंपनी ने क्यूआईपी के जरिए 6000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। बीते छह महीनों में कंपनी के शेयरों ने करीब 40% की वृद्धि दिखाई है। अब इस नई फंडिंग से रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार की दिशा में तेजी आने की संभावना है।


दिवाली से पहले अनिल अंबानी को बड़ा तोहफा: रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने जुटाए 6000 करोड़ रुपये

अनिल अंबानी की कंपनियों में पुनरुत्थान की लहर अनिल अंबानी की दो प्रमुख कंपनियां—रिलायंस पावर और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर—ने पिछले कुछ समय में कर्ज से मुक्त होने के साथ-साथ निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है। जहां रिलायंस पावर ने पिछले छह महीनों में 46% रिटर्न दिया है, वहीं रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने 40% की बढ़त दर्ज की है। इन दोनों कंपनियों की आर्थिक स्थिति में सुधार और विस्तार योजनाओं ने अनिल अंबानी के कारोबार में नए सिरे से उछाल ला दिया है।


6000 करोड़ रुपये की मंजूरी और शेयरधारकों की सहमति रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने दिवाली से ठीक पहले 6000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए क्यूआईपी (Qualified Institutional Placement) के जरिए फंडिंग योजना को मंजूरी दी है। कंपनी के शेयरधारकों ने इसके पक्ष में मतदान किया, जिसमें 98% से अधिक मत इस योजना के समर्थन में रहे। कंपनी के निदेशक मंडल ने 19 सितंबर को इस फंड जुटाने की योजना को स्वीकृति दी थी। इस फंड का उपयोग कंपनी के विस्तार और कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।


शेयरों में जोरदार वृद्धि बीते छह महीनों में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई है। कंपनी के शेयरों ने 40% से अधिक का रिटर्न दिया है, और यह वृद्धि लगातार जारी है। वर्तमान में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयर 272 रुपये के करीब कारोबार कर रहे हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई फंडिंग की खबर से कंपनी के शेयरों में और तेजी आ सकती है।


प्राथमिक निवेश और विस्तार योजनाएं रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर अब 240 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 12.56 करोड़ इक्विटी शेयर या परिवर्तनीय वारंट जारी कर 3,014 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इसमें से 1,104 करोड़ रुपये रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रमोटरों द्वारा निवेश किए जाएंगे, जो राइजी इनफिनिटी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 4.60 करोड़ शेयर खरीदेंगे। इसके अलावा दो अन्य निवेशक, मुंबई स्थित फॉर्च्यून फाइनेंशियल और फ्लोरिंट्री इनोवेशन एलएलपी भी इस फंडिंग में भाग लेंगे। फ्लोरिंट्री के मालिक ब्लैकस्टोन के पूर्व अधिकारी मैथ्यू साइरियाक हैं, जबकि फॉर्च्यून फाइनेंशियल के मालिक निमिश शाह हैं।


रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का भविष्य इस नई फंडिंग से रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को न केवल कर्जमुक्त होने में मदद मिलेगी, बल्कि कंपनी की विस्तार योजनाओं को भी बढ़ावा मिलेगा। कंपनी के शेयरों में निरंतर बढ़त ने बाजार में विश्वास को मजबूत किया है, और आने वाले समय में कंपनी के प्रदर्शन में और सुधार होने की उम्मीद है। इस समय कंपनी के शेयर निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं, और यह फंडिंग रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।

Post a Comment

और नया पुराने