सारांश: अदाणी ग्रीन एनर्जी (AGEL) ने अमेरिकी भ्रष्टाचार कानून के तहत गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि मीडिया रिपोर्ट्स में जो आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह गलत हैं। अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपपत्र में केवल Azure Power और कनाडाई निवेशक का नाम है, अदाणी समूह का कोई अधिकारी इसमें शामिल नहीं है।
अमेरिकी आरोपों पर अदाणी समूह का बयान
अदाणी ग्रीन एनर्जी (AGEL) ने बुधवार को एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से स्पष्ट किया है कि गौतम अदाणी, उनके भतीजे सागर अदाणी और वरिष्ठ निदेशक विनीत जैन पर अमेरिकी विदेश भ्रष्टाचार कानून (Foreign Corrupt Practices Act - FCPA) के तहत रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं।
कंपनी ने अपनी फाइलिंग में कहा कि मीडिया में इस विषय पर फैलाई जा रही खबरें पूरी तरह भ्रामक हैं और इनमें सच्चाई नहीं है। अदाणी समूह ने जोर देकर कहा कि इन आरोपों का उनके अधिकारियों से कोई संबंध नहीं है।
गलत मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन
एजीईएल ने यह भी कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अदाणी ग्रुप के शीर्ष अधिकारियों के नाम जोड़कर गलत जानकारी दी जा रही है। इन रिपोर्ट्स के अनुसार, गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर FCPA के तहत आरोप लगे हैं, जबकि वास्तविकता में यह पूरी तरह गलत है।
कंपनी ने स्पष्ट किया कि यह आरोप केवल Azure Power के कुछ अधिकारियों और एक कनाडाई संस्थागत निवेशक के खिलाफ हैं।
Azure Power और कनाडाई निवेशक पर आरोप
अदाणी ग्रीन एनर्जी के बयान के अनुसार, अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) ने Azure Power के कुछ पूर्व अधिकारियों और एक कनाडाई निवेशक CDPQ (कैस डे डेपॉट एट प्लेसमेंट डू क्यूबेक) पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
इन अधिकारियों में रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबेंस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रुपेश अग्रवाल के नाम शामिल हैं। लेकिन अदाणी समूह के किसी भी अधिकारी का नाम आरोपपत्र में नहीं है।
कंपनी की छवि पर असर रोकने का प्रयास
अदाणी समूह ने यह बयान तब जारी किया है जब मीडिया रिपोर्ट्स के चलते उसकी छवि पर असर पड़ने का खतरा था। कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि उसके अधिकारी किसी भी प्रकार की जांच या आरोपों का हिस्सा नहीं हैं।
कंपनी ने कहा कि मीडिया को भी जिम्मेदारी के साथ तथ्यात्मक जानकारी प्रकाशित करनी चाहिए और ऐसी भ्रामक खबरों से बचना चाहिए जो गलत धारणाएं पैदा कर सकती हैं।
अमेरिका और FCPA कानून
अमेरिकी विदेश भ्रष्टाचार कानून (FCPA) एक सख्त कानून है जो अमेरिकी कंपनियों और विदेशी नागरिकों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामलों की जांच करता है। इस कानून के तहत, किसी भी विदेशी अधिकारी को रिश्वत देना या कोई अन्य अनैतिक काम करना गंभीर अपराध माना जाता है।
Azure Power और CDPQ के अधिकारियों पर इसी कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। लेकिन अदाणी समूह का इन मामलों से कोई संबंध नहीं है।
अदाणी समूह की पारदर्शिता पर जोर
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने कहा कि समूह अपनी कार्यशैली में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी प्रकार की जांच या विवाद का हिस्सा नहीं है और मीडिया में फैलाई जा रही अफवाहें पूरी तरह निराधार हैं।
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