सारांश: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को अदालत ने दोषी ठहराया। सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक सबूत और डीएनए जांच के आधार पर अपराध सिद्ध हुआ। मामले की सुनवाई में 128 गवाहों के बयान दर्ज हुए। सजा पर फैसला सोमवार को सुनाया जाएगा।


आरजी कर रेप-हत्या केस: संजय रॉय दोषी करार, सजा पर सोमवार को सुनवाई


कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए जघन्य अपराध में महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के दोषी नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को अदालत ने आज दोषी करार दिया। यह घटना पिछले साल 9 अगस्त की रात हुई थी, जब अस्पताल के सेमिनार हॉल में स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक की हत्या की गई थी।


अपराध का विवरण:


संजय रॉय 8 और 9 अगस्त 2024 की रात को सेमिनार हॉल में दाखिल हुआ और 29 मिनट के भीतर अपराध को अंजाम देकर बाहर निकल गया। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के डेटा ने उसकी गतिविधियों को स्पष्ट रूप से दिखाया।


अपराध स्थल से बरामद साक्ष्यों में पीड़िता के शरीर पर संजय रॉय का डीएनए पाया गया। रॉय की जींस और जूतों पर खून के धब्बे मिले, जो पीड़िता के थे। इसके अलावा, घटनास्थल पर मौजूद ब्लूटूथ डिवाइस की पहचान भी संजय के मोबाइल के साथ मेल खाई।


जांच की प्रक्रिया:


मामले की जांच में कोलकाता पुलिस और बाद में सीबीआई ने अहम भूमिका निभाई। घटनास्थल की 3डी मैपिंग और फॉरेंसिक जांच के जरिए यह साबित हुआ कि वारदात के समय वहां कोई अन्य व्यक्ति मौजूद नहीं था।


संजय रॉय के खिलाफ जांच में:


  • ब्लूटूथ की MAC ID मोबाइल हिस्ट्री से मेल खाई।
  • पीड़िता के शरीर पर सलाइवा के निशान संजय से मेल खाए।
  • फॉरेंसिक और मेडिकल जांच में साबित हुआ कि संजय यौन रूप से सक्षम है।


न्यायिक प्रक्रिया:


मामले की सुनवाई सियालदह अदालत के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिरबन दास ने की। इस दौरान 128 लोगों के बयान दर्ज किए गए और 50 गवाहों से पूछताछ की गई।


12 नवंबर को बंद कमरे में सुनवाई शुरू हुई और 57 दिनों के भीतर दोषी ठहराने का निर्णय आया। पीड़िता के माता-पिता ने अदालत से मामले में अन्य संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी की मांग की है।


जनता और डॉक्टर्स का आक्रोश:


इस अपराध के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया। कोलकाता के जूनियर डॉक्टर्स ने पीड़िता के लिए न्याय और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि अस्पतालों में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो।


सजा पर अगली सुनवाई:


अदालत ने संजय रॉय को दोषी ठहराने के बाद सजा पर सुनवाई के लिए सोमवार का दिन तय किया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत इस जघन्य अपराध के लिए क्या सजा सुनाती है।

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