सारांश : पंजाब के अमृतसर स्थित खंडवाला इलाके के ठाकुरद्वारा मंदिर पर शुक्रवार देर रात दो बाइक सवार अज्ञात युवकों ने ग्रेनेड से हमला किया। हमले में मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की है और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की संलिप्तता की आशंका जताई है।
घटना का विवरण: शुक्रवार, 14 मार्च 2025 की रात लगभग 12:35 बजे, अमृतसर के खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर पर दो अज्ञात बाइक सवार युवकों ने ग्रेनेड फेंका। हमले के समय मंदिर में पुजारी मुरारी लाल शर्मा सो रहे थे, लेकिन सौभाग्य से वे सुरक्षित रहे। धमाके से मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई।
सीसीटीवी फुटेज में कैद घटना: मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना रिकॉर्ड हुई है। फुटेज में देखा गया कि रात करीब 12:30 बजे दो युवक बाइक पर आए और मंदिर के पास रुके। उनमें से एक ने ग्रेनेड फेंका और फिर दोनों तेजी से फरार हो गए। पुलिस ने फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया और आईएसआई की संलिप्तता का शक: अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि प्रारंभिक जांच में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की संलिप्तता की आशंका है। उन्होंने कहा कि आईएसआई अक्सर आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को बहला-फुसलाकर ऐसी गतिविधियों में शामिल करती है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की तलाश में जुटी है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का भरोसा जताया है।
पंजाब में ग्रेनेड हमलों की बढ़ती घटनाएं: नवंबर 2024 से अब तक पंजाब में पुलिस चौकियों और पुलिस कर्मियों के घरों पर ग्रेनेड हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं। यह पहली बार है जब किसी मंदिर को निशाना बनाया गया है, जिससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मुख्यमंत्री और मंत्रियों की प्रतिक्रिया: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था ठीक है, लेकिन पंजाब को अस्थिर करने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने लोगों को यकीन दिलाया कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है और दो लोगों की पहचान हो गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि आरोपियों को एक दिन के भीतर पकड़ लिया जाएगा।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया: हमले के बाद स्थानीय समुदाय में भय और आक्रोश का माहौल है। मंदिर के पुजारी मुरारी लाल शर्मा ने मीडिया को बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वे तुरंत बाहर निकले तो देखा कि मंदिर की खिड़कियां और दरवाजे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। संत महामंडलेश्वर अश्नील जी महाराज ने राज्य में बढ़ते हमलों पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार और पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
युवाओं के लिए चेतावनी: पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने युवाओं को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी जिंदगी बर्बाद न करें और ऐसे असामाजिक तत्वों के बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि पुलिस जल्द ही अपराधियों को पकड़ लेगी और उचित कार्रवाई करेगी।
निष्कर्ष
अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर पर हुए इस ग्रेनेड हमले ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मामले की गहन जांच में जुटी हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ने का भरोसा दिला रही हैं। स्थानीय समुदाय को आशा है कि सरकार और पुलिस मिलकर ऐसे हमलों पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे, जिससे प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
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