सारांश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी अपने वर्तमान पदों पर बने रह सकते हैं। अन्य दलों के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शपथ ग्रहण करने वाले हैं, जिसके साथ ही उनकी सरकार के मंत्री भी शपथ लेंगे। भाजपा के प्रमुख मंत्रालय जैसे वित्त, रक्षा, गृह, और विदेश अपने पास रखने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, अमित शाह गृह मंत्री, राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री और नितिन गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री बने रह सकते हैं।
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर 11 घंटे लंबी बैठक हुई। इसमें यह चर्चा हुई कि नए मंत्रिमंडल में किन नेताओं को क्या जिम्मेदारी दी जाएगी। इस बैठक में अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा के नेशनल जनरल सेक्रेटरी (संगठन) बीएल संतोष भी मौजूद रहे।
चिराग पासवान को मिल सकती है मंत्रीपद की जिम्मेदारी
लोजपा (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। उनकी पार्टी ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा, जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल, आरएलडी के नेता जयंत चौधरी और हम के नेता जीतन राम मांझी भी मंत्री बन सकते हैं।
पूर्वोत्तर भारत से भाजपा के नेता सर्बानंद सोनोवाल और किरेन रिजिजू को भी मंत्री पद मिल सकता है। जदयू के दो नेताओं ललन सिंह और राम नाथ ठाकुर को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई को भी मंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
टीडीपी का मंत्री पद पर कोई मांग नहीं
टीडीपी के नवनिर्वाचित सांसद राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि आंध्र प्रदेश का विकास हमारा मुख्य उद्देश्य है और नरेंद्र मोदी की सहायता से आंध्र को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "अभी हमारी कोई मांग नहीं है। हमारे संबंध इतने मजबूत हैं कि हम उचित चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लेंगे। हम बहुत खुश हैं कि बहुत समय बाद टीडीपी का मंत्री बने यह मौका मिला है।"
अन्य संभावित मंत्री
केंद्र सरकार के नए मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है। इसमें प्रमुख नामों में एचडी कुमारस्वामी, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी और जीतन राम मांझी शामिल हैं। साथ ही, भाजपा के अन्य प्रमुख नेताओं को भी मंत्री पद मिल सकता है।
इस नई कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की भी पूरी कोशिश की जा रही है। भाजपा के नेता सर्बानंद सोनोवाल और किरेन रिजिजू को उत्तर-पूर्व से प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई को भी जगह मिल सकती है, जो दक्षिण भारत से भाजपा का चेहरा बन सकते हैं।
भाजपा के बड़े नेता
अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी के मंत्रालयों में बदलाव की संभावना कम है। ये नेता अपने-अपने मंत्रालयों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में और भी मजबूत होकर उभर रही है। इस नए मंत्रिमंडल के जरिए भाजपा ने एक बार फिर से दिखा दिया है कि वह न केवल देश की बल्कि क्षेत्रीय राजनीति को भी महत्व देती है।
मंत्रिमंडल में युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण
मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में युवा और अनुभवी नेताओं का अच्छा मिश्रण देखने को मिलेगा। जहां एक ओर अनुभवी नेताओं को प्रमुख मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी जाएगी, वहीं दूसरी ओर युवा नेताओं को भी महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया जाएगा।
यह सरकार का प्रयास है कि देश के सभी हिस्सों का समुचित प्रतिनिधित्व हो और हर क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी जाए। भाजपा का यह नया मंत्रिमंडल न केवल पार्टी की आगामी रणनीति का हिस्सा है बल्कि इसके जरिए भाजपा अपनी भविष्य की योजनाओं को भी आकार देने की कोशिश कर रही है।
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