सारांश : नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद, भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया। सेंसेक्स पहली बार 77,000 और निफ्टी 23,400 के पार पहुंच गया। इस अभूतपूर्व उछाल ने निवेशकों में नई उम्मीदें जगा दीं और बाजार को नए रिकॉर्ड्स तक पहुंचाया।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में शेयर बाजार का नया शिखर
नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उत्साह देखा गया। 9 जून को मोदी कैबिनेट के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, सोमवार को जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स और निफ्टी ने नए कीर्तिमान स्थापित किए। इस दिन भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में अहम साबित हुआ जब सेंसेक्स पहली बार 77,000 के आंकड़े को पार कर गया।
रिकॉर्ड ऊंचाई पर शेयर बाजार
सोमवार, 10 जून को बाजार खुलते ही सेंसेक्स ने नया रिकॉर्ड बनाया। निफ्टी भी खुलते ही 23,000 के आंकड़े को पार कर गया। नई सरकार के गठन के साथ ही निवेशकों के बीच उम्मीदों और जोश का माहौल बना रहा। बीएसई का सेंसेक्स 77,079.04 के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी 23,411.90 के स्तर तक गया। इस अद्वितीय वृद्धि ने बाजार को नए रिकॉर्ड्स बनाने में मदद की।
बैंकिंग क्षेत्र में भी जोरदार उछाल
शेयर बाजार खुलते ही बैंक निफ्टी ने भी 50,000 के आंकड़े को पार कर लिया। बैंक निफ्टी 51,133.20 के ऑलटाइम हाई से थोड़ा ही दूर था और 50,252.95 के ऊपरी स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस वृद्धि के बाद बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन 425.39 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
नई उम्मीदों का जन्म
तीसरी बार मोदी सरकार के गठन के बाद शेयर बाजार में यह अभूतपूर्व उछाल नई उम्मीदों और संभावनाओं को जन्म देता है। निवेशकों को उम्मीद है कि नई सरकार आर्थिक सुधारों और विकास की दिशा में ठोस कदम उठाएगी, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
निवेशकों की प्रतिक्रिया
शेयर बाजार में इस ऐतिहासिक उछाल ने निवेशकों को नई उम्मीदें दी हैं। सभी प्रमुख क्षेत्रों में तेजी देखी गई, खासकर बैंकिंग, टेक्नोलॉजी, और इंफ्रास्ट्रक्चर में। निवेशकों का मानना है कि मोदी सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने से आर्थिक स्थिरता और विकास की संभावना बढ़ गई है।
भविष्य की संभावनाएं
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि नई सरकार आने वाले दिनों में क्या कदम उठाएगी। आर्थिक सुधार, निवेश को बढ़ावा, और रोजगार सृजन जैसी प्रमुख मुद्दों पर सरकार के कदमों का बाजार पर गहरा असर पड़ेगा। उम्मीद है कि सरकार आर्थिक मोर्चे पर कुछ ठोस कदम उठाएगी जिससे बाजार में स्थिरता और वृद्धि बनी रहे।
इस प्रकार, तीसरी बार मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखा गया, जो भविष्य की संभावनाओं और निवेशकों की उम्मीदों को मजबूत करता है।
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