सारांश: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर आरोप लगाए हैं कि 5000 करोड़ रुपये के अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट में पकड़े गए आरोपी तुषार गोयल, कांग्रेस के यूथ विंग के सदस्य थे। बीजेपी ने यह भी सवाल उठाया कि क्या ड्रग्स के पैसे का उपयोग चुनावों में हो रहा था। कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए तुषार को दो साल पहले पार्टी से निकालने का दावा किया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर एक बड़ा हमला किया है। बीजेपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि दिल्ली में पकड़े गए 5000 करोड़ रुपये के अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े तुषार गोयल, कांग्रेस के सदस्य और यूथ कांग्रेस के RTI सेल के प्रमुख रह चुके हैं। बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तुषार गोयल की नियुक्ति राहुल गांधी द्वारा की गई थी और उनके कांग्रेस के बड़े नेताओं से संबंध हैं, जिनमें हुड्डा परिवार का नाम भी शामिल है।
बीजेपी का आरोप:
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तुषार गोयल की कई तस्वीरें कांग्रेस के नेताओं के साथ दिखती रही हैं। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस पार्टी को इस ड्रग्स सिंडिकेट के बारे में जानकारी थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं को यह बताना चाहिए कि इस पैसे का उपयोग कहां हो रहा था, और क्या इसका संबंध हरियाणा चुनाव से है। बीजेपी ने यह भी सवाल उठाया कि पकड़े गए आरोपी के मोबाइल में दीपेंद्र हुड्डा का नंबर क्यों था, और उनके कांग्रेस के अन्य नेताओं से क्या संबंध थे।
कांग्रेस की सफाई:
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस की ओर से भी सफाई आई है। यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा कि तुषार गोयल को दो साल पहले ही कांग्रेस से हटा दिया गया था और वह अब पार्टी के सदस्य नहीं हैं। श्रीनिवास ने बताया कि कांग्रेस जल्द ही इस बारे में एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।
ड्रग्स सिंडिकेट और दुबई कनेक्शन:
बीजेपी ने आरोपों को और गंभीर बनाते हुए यह भी दावा किया कि इस ड्रग्स सिंडिकेट के तार दुबई से जुड़े हुए हैं। दिल्ली स्पेशल सेल की जांच में यह सामने आया कि दुबई के एक बड़े कारोबारी का नाम इस मामले में आया है, जो कोकीन का प्रमुख सप्लायर माना जाता है। जांच एजेंसियों ने बताया कि दुबई में D कंपनी के सुरक्षित जोन से ड्रग्स की खरीद-फरोख्त हो रही थी।
स्पेशल सेल की जांच में यह भी सामने आया कि इस ड्रग्स की एक खेप मुंबई भेजी जानी थी। यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि मुंबई में इसके प्रमुख उपयोगकर्ता कौन हो सकते थे और क्या इसमें किसी हाई-प्रोफाइल व्यक्ति का नाम जुड़ा हो सकता है।
राजनीतिक तनाव और चुनावी माहौल:
बीजेपी के इस आरोप ने हरियाणा चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि उनके द्वारा नियुक्त नेता इस सिंडिकेट में शामिल पाए गए हैं। चुनावों के पहले इस तरह के आरोप कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
वहीं, कांग्रेस इस मामले को बीजेपी की चुनावी रणनीति मानते हुए इससे दूरी बनाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के नेता लगातार सफाई दे रहे हैं कि तुषार गोयल अब पार्टी से जुड़े नहीं हैं और बीजेपी चुनाव से पहले कांग्रेस की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रही है।
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