सारांश: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच 36 घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ में 14 नक्सलियों को मार गिराया गया। मारे गए नक्सलियों में ओडिशा के स्टेट चीफ जयराम उर्फ चलपती और कई अन्य बड़े कमांडर शामिल हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ। इस ज्वाइंट ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सुरक्षाबलों की 10 टीमें शामिल थीं।


छत्तीसगढ़: गरियाबंद के जंगलों में 36 घंटे की मुठभेड़, 14 नक्सली ढेर, 1 करोड़ के इनामी समेत कई बड़े कमांडर मारे गए

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में कुल्हाड़ी घाट रिजर्व फॉरेस्ट के घने जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच 36 घंटे तक चलने वाली मुठभेड़ ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। इस ऑपरेशन में अब तक 14 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ के इनामी ओडिशा स्टेट चीफ जयराम उर्फ चलपती समेत कई अन्य प्रमुख कमांडर शामिल हैं।


सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई

19 जनवरी को ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस को सूचना मिली थी कि कुल्हाड़ी घाट के घने जंगलों में नक्सलियों का एक बड़ा समूह छिपा हुआ है। इसके बाद दोनों राज्यों के सुरक्षाबलों ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। लगभग 1,000 जवानों ने इस ऑपरेशन में हिस्सा लिया और पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया।


सर्च ऑपरेशन में मिली बड़ी सफलता

पहले दिन की मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की सर्चिंग शुरू की। सर्चिंग के दौरान पहले दो नक्सलियों के शव मिले, जिनमें से एक महिला थी। अगले दिन सुबह 12 और नक्सलियों के शव बरामद किए गए। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और और अधिक शव मिलने की संभावना जताई जा रही है।


नक्सलियों के बड़े कमांडर मारे गए

मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान के दौरान यह सामने आया कि इनमें जयराम उर्फ चलपती, सीसीएम मनोज और गुड्डू जैसे बड़े नक्सली नेता शामिल हैं। जयराम पर 1 करोड़ का इनाम था और वह ओडिशा स्टेट का चीफ था। इनकी मौत को सुरक्षाबलों की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।


भारी मात्रा में हथियार बरामद

सुरक्षाबलों ने मौके से कई ऑटोमैटिक हथियार और अन्य गोला-बारूद भी बरामद किया है। यह नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई में सुरक्षाबलों को और मजबूती देगा।


घायल सुरक्षाकर्मी का इलाज जारी

मुठभेड़ के दौरान एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया, जिसे एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है।


ज्वाइंट ऑपरेशन का सफल निष्कर्ष

इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा की 10 टीमें शामिल थीं। मुठभेड़ का स्तर और परिणाम इसे अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन बनाते हैं। सुरक्षाबलों का कहना है कि वे क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।


स्थानीय लोगों के लिए राहत

सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में नक्सलियों का खौफ कम होने की उम्मीद है। स्थानीय लोग सुरक्षाबलों के इस साहसिक कदम की सराहना कर रहे हैं।


नक्सलियों के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई

यह मुठभेड़ नक्सलियों के लिए एक बड़ा झटका है। सुरक्षाबलों का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य नक्सलियों के अन्य छुपे हुए गुटों को खत्म करना है।

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