सारांश : वॉशिंगटन डीसी में रीगन नेशनल एयरपोर्ट के पास एक यात्री विमान अमेरिकी सेना के हेलीकॉप्टर से टकराकर पोटोमैक नदी में गिर गया। इस हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य लापता हैं। विमान में कुल 60 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बचाव दल लगातार नदी से शव निकाल रहे हैं।
भीषण टक्कर के बाद नदी में समाया विमान
वॉशिंगटन डीसी में सोमवार शाम एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जब एक यात्री विमान अमेरिकी सेना के हेलीकॉप्टर से टकरा गया। यह दर्दनाक हादसा रीगन नेशनल एयरपोर्ट के पास हुआ, जब विमान लैंडिंग के लिए रनवे की ओर बढ़ रहा था। टक्कर इतनी भीषण थी कि विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह तेजी से नीचे गिरते हुए पोटोमैक नदी में समा गया।
विमान में 60 से अधिक लोग थे सवार
अमेरिकन एयरलाइंस का यह विमान कंसास सिटी से उड़ान भरकर वॉशिंगटन डीसी की ओर जा रहा था। फ्लाइट में कुल 64 लोग सवार थे, जिनमें से 60 यात्री और 4 क्रू मेंबर थे। हादसे के तुरंत बाद बचाव दल ने चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन 19 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी लोगों की तलाश अभी भी जारी है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया—कैसे हुआ हादसा?
हादसे के समय मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने इस दर्दनाक घटना को लेकर बयान दिया। एक चश्मदीद ने CNN से कहा, "सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन कुछ ही सेकंड में विमान तेजी से झुक गया और उसमें आग लग गई। फिर वह नदी में गिर गया।"
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "हमने विमान को हवाईअड्डे के पास आते देखा, लेकिन अचानक वह बाईं ओर झुक गया और हेलीकॉप्टर से टकरा गया। देखते ही देखते विमान आग के गोले में बदल गया और सीधा पानी में गिर गया। यह नजारा बेहद भयावह था।"
हादसे का वीडियो वायरल
इस दर्दनाक हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि लैंडिंग के दौरान विमान ने अचानक हेलीकॉप्टर को टक्कर मारी और उसके बाद उसमें आग लग गई। इसके कुछ सेकंड बाद ही विमान तेजी से पानी में गिर गया। हादसे के बाद वॉशिंगटन डीसी के रीगन एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गईं।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इस कठिन समय में हम प्रभावित परिवारों के साथ हैं।"
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
अमेरिकी तटरक्षक बल और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है। अब तक 19 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं। नदी में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और हेलीकॉप्टर से खोजी अभियान को तेज कर दिया गया है।
एयरलाइंस ने जताया दुख, हेल्पलाइन नंबर जारी
हादसे के बाद अमेरिकन एयरलाइंस के सीईओ रॉबर्ट इसो ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा, "इस दुखद घटना से हम गहरे सदमे में हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।" एयरलाइंस ने पीड़ितों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। अमेरिका से कॉल करने वाले यात्री 800-679-8215 पर संपर्क कर सकते हैं, जबकि अन्य देशों से कॉल करने वाले यात्री news.aa.com वेबसाइट पर जाकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
FAA और पुलिस की प्रतिक्रिया
अमेरिका के संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि रीगन एयरपोर्ट के पास लैंडिंग के दौरान विमान अमेरिकी सेना के सिकोरस्की एच-60 हेलीकॉप्टर से टकरा गया। वहीं, डीसी पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि यह हेलीकॉप्टर मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग (MPD) का नहीं था। MPD इस आपातकालीन स्थिति में अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
हादसे के पीछे का कारण क्या?
विशेषज्ञों के अनुसार, शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह दुर्घटना एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की गड़बड़ी के कारण हो सकती है। लैंडिंग के दौरान रनवे पर पहले से मौजूद हेलीकॉप्टर को हटाने में देरी हुई, जिससे यह भीषण हादसा हुआ। हालांकि, आधिकारिक जांच अभी जारी है और एनटीएसबी (NTSB) इस घटना की विस्तृत जांच करेगी।
निष्कर्ष
यह विमान हादसा अमेरिका के सबसे भयावह हादसों में से एक बन गया है। 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य लापता हैं। बचाव अभियान अभी भी जारी है, और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस दर्दनाक दुर्घटना के बाद वॉशिंगटन डीसी में शोक की लहर है और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि पीड़ितों के परिवारों को राहत पहुंचाई जाए।
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