सारांश: दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री आतिशी और उनके समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज किया है। मामला एक वीडियो से जुड़ा है, जिसमें आतिशी के समर्थक सागर मेहता को पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है। पुलिस का आरोप है कि चुनाव प्रचार खत्म होने के बावजूद आतिशी अपने समर्थकों के साथ इलाके में घूम रही थीं। वहीं, आतिशी का कहना है कि उन्होंने ही पुलिस को बुलाया था, लेकिन उन पर ही केस दर्ज कर दिया गया।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मतदान से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री आतिशी और उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है। यह मामला आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा डालने से जुड़ा है। दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई एक वीडियो के आधार पर की है, जिसमें आतिशी के समर्थक सागर मेहता को एक पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है। हालांकि, इस मामले में आतिशी ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने ही पुलिस को बुलाया था, लेकिन अब उन्हीं पर केस दर्ज कर लिया गया है।
वीडियो में क्या है?
पुलिस ने जिस वीडियो के आधार पर यह मामला दर्ज किया है, उसमें एक पुलिस अधिकारी वीडियो बनाता नजर आ रहा है। यह वीडियो उस समय बनाया गया जब आतिशी अपने समर्थकों के साथ इलाके में मौजूद थीं। घटनास्थल पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। वीडियो में देखा जा सकता है कि आतिशी के साथ मौजूद दो समर्थकों में से एक सागर मेहता, वीडियो बना रहे पुलिसकर्मी की ओर हाथ बढ़ाता है, जिससे उसका मोबाइल नीचे गिर जाता है। इससे पहले, सागर के साथ खड़ा एक अन्य व्यक्ति यह कहते हुए सुना जाता है, "हमारी भी वीडियो ले ले यार।"
पुलिस का क्या आरोप है?
पुलिस का कहना है कि चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी आतिशी अपने 40-50 समर्थकों के साथ कालकाजी इलाके में मौजूद थीं। पुलिस के अनुसार, इस दौरान आतिशी ने इलाके के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जो फ्लाइंग स्क्वाड (FST) के इंचार्ज भी हैं, से बहस की। पुलिस का यह भी आरोप है कि आतिशी के काफिले में 10 गाड़ियां थीं और वह समर्थकों के साथ घूम रही थीं, जबकि इस दौरान चुनाव आचार संहिता लागू थी।
आतिशी ने क्या कहा?
इस मामले में अपनी सफाई देते हुए आतिशी ने सोशल मीडिया पर बयान दिया। उन्होंने लिखा,
"राकेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। मैंने खुद पुलिस और चुनाव आयोग को शिकायत कर बुलाया, लेकिन अब उन्हीं लोगों ने मुझ पर ही केस दर्ज कर दिया! राजीव कुमार जी, आप चुनावी प्रक्रिया की कितनी धज्जियां उड़ाएंगे?"
विपक्ष ने क्या कहा?
इस मामले के सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर हमला बोला है। भाजपा नेताओं का कहना है कि आम आदमी पार्टी चुनाव जीतने के लिए लगातार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा,
"दिल्ली की जनता इस बार AAP के झूठे वादों में नहीं आएगी। आम आदमी पार्टी सत्ता में बने रहने के लिए इस तरह की हरकतें कर रही है।"
वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता ने कहा,
"दिल्ली में चुनाव आचार संहिता लागू है, लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता इसे लगातार तोड़ रहे हैं। चुनाव आयोग को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"
चुनाव पर असर
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होना है और 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि वह इस बार भी दिल्ली में सरकार बनाएगी। वहीं, भाजपा और कांग्रेस भी इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक रही हैं। इस बार का विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले की ओर बढ़ रहा है, जहां तीनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे को टक्कर दे रही हैं।
क्या हो सकता है आगे?
इस मामले में अब चुनाव आयोग और पुलिस की अगली कार्रवाई पर नजरें टिकी हैं। अगर इस मामले में आतिशी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ती है, तो यह उनके चुनाव प्रचार और छवि पर असर डाल सकता है। वहीं, आम आदमी पार्टी इसे एक राजनीतिक साजिश बता रही है और कह रही है कि उनके खिलाफ गलत तरीके से केस दर्ज किया गया है।
मुख्य बातें:
- वीडियो में क्या था? – पुलिस के मुताबिक, आतिशी के समर्थक ने एक पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मारा।
- पुलिस का क्या आरोप है? – आतिशी पर आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है।
- आतिशी का क्या कहना है? – उन्होंने खुद पुलिस को बुलाया था, लेकिन उन्हीं पर केस दर्ज कर दिया गया।
- राजनीतिक प्रतिक्रिया – भाजपा और कांग्रेस ने इस मामले को लेकर AAP पर हमला बोला।
- चुनाव पर असर – 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को नतीजे आने हैं।
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