सारांश : महाराष्ट्र के पुणे शहर में निर्भया जैसी घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे पहले से ही कई अपराधों में संलिप्त था और जमानत पर बाहर था। उसने स्वारगेट बस स्टैंड पर एक महिला को धोखे से बस में चढ़ाया और उसके साथ मारपीट कर दुष्कर्म किया। यह घटना पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर हुई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए आठ टीमें गठित की हैं और जांच जारी है।


Pune Rape Case  : जमानत पर छूटा अपराधी फिर बना दरिंदा, सरकारी बस में दिया वारदात को अंजाम


स्वारगेट बस स्टैंड पर हैरान करने वाली वारदात


महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुई इस जघन्य घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है। यह घटना शहर के सबसे व्यस्त स्थानों में से एक, स्वारगेट बस स्टैंड पर घटी। पुलिस के अनुसार, 26 वर्षीय महिला बस का इंतजार कर रही थी जब आरोपी ने उसे धोखे से एक खाली बस में चढ़ाया और दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद उसने महिला के साथ मारपीट की और दुष्कर्म किया।


इस भयावह घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि आसपास कई लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी इस घटना को रोकने का प्रयास नहीं किया। यह घटना पुणे पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई, जिससे सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।


जमानत पर छूटा था आरोपी, पहले से थे कई आपराधिक मामले


इस वारदात को अंजाम देने वाला दत्तात्रेय रामदास गाडे एक कुख्यात अपराधी है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उसके खिलाफ पुणे और आसपास के इलाकों में चोरी, डकैती और चेन-स्नेचिंग के कम से कम छह मामले दर्ज हैं।

गाडे 2019 में डकैती के आरोप में गिरफ्तार हुआ था, लेकिन वह जमानत पर बाहर था।

उसके खिलाफ पुणे जिले के शिकारपुर और शिरुर पुलिस थाना में भी मामले दर्ज हैं।

पिछले साल पुणे में चोरी का एक और मामला दर्ज किया गया था।

पुणे पुलिस की एक टीम आरोपी के भाई से पूछताछ कर चुकी है, ताकि उसके संभावित ठिकाने का पता लगाया जा सके।


कैसे हुई घटना? पुलिस जांच में नए खुलासे


पुलिस जांच में सामने आया कि महिला सुबह करीब 5:45 बजे सतारा जिले के फलटन जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान आरोपी ने खुद को बस कंडक्टर बताकर महिला को बस में चढ़ने के लिए कहा।


महिला को शक हुआ कि बस खाली क्यों है, तो आरोपी ने यह कहकर उसे आश्वस्त किया कि बस में लोग सो रहे हैं। इसके बाद उसने दरवाजा बंद कर दिया और महिला के साथ जबरदस्ती की।


CCTV फुटेज से आरोपी की पहचान


पुलिस उपायुक्त स्मार्टाना पाटिल ने बताया कि इस वारदात की CCTV फुटेज से आरोपी की पहचान हुई है। फुटेज में महिला को आरोपी के साथ बस की ओर जाते हुए देखा गया।


पाटिल के अनुसार, घटना के समय स्टेशन परिसर में कई बसें और यात्री मौजूद थे, लेकिन फिर भी यह अपराध हो गया।


पीड़िता ने फोन पर सहेली को बताई आपबीती


दुष्कर्म के बाद महिला अपने गृहनगर के लिए एक बस में सवार हो गई, लेकिन रास्ते में उसने फोन पर अपनी सहेली से पूरी घटना साझा की।


सहेली की सलाह पर पीड़िता ने बस से उतरकर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुणे पुलिस ने तत्काल आरोपी की तलाश शुरू कर दी और आठ टीमें गठित कीं।


क्या यह प्रशासन की विफलता है?


पुणे में हुई इस घटना ने प्रशासन और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुणे का स्वारगेट बस स्टैंड एक व्यस्त इलाका है, जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए थे।

यह घटना पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई, फिर भी पुलिस को भनक तक नहीं लगी।

बस स्टैंड पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

आरोपी पहले से कई अपराधों में संलिप्त था, फिर उसे जमानत कैसे मिल गई?


MSRTC पर भी उठ रहे सवाल


एमएसआरटीसी (Maharashtra State Road Transport Corporation) भारत की तीन प्रमुख सार्वजनिक परिवहन संस्थाओं में से एक है, जिसके पास 14,000 से अधिक बसों का बेड़ा है।

हर दिन 55 लाख से ज्यादा यात्री इसकी बसों में यात्रा करते हैं। ऐसे में बस डिपो और स्टैंड पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।


आरोपी की तलाश जारी, पुलिस ने कसी कमर


फिलहाल पुणे पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। आठ पुलिस टीमों के अलावा खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है।

पुलिस ने आम जनता से भी आरोपी की पहचान और सूचना देने की अपील की है।


निष्कर्ष


यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। यह प्रशासन की विफलता को दर्शाती है कि एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी खुला घूम रहा था और उसने इतना बड़ा अपराध कर दिया।

अब देखना यह होगा कि पुलिस आरोपी को कब तक पकड़ पाती है और क्या प्रशासन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा।


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